Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए एक बहुत बड़ी ख़ुशख़बरी है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में 'यूनिवर्सल हेल्थ पॉलिसी' को मंज़ूरी दे दी गई है, जिसका मक़सद राज्य के हर नागरिक को स्वास्थ्य बीमा का लाभ देना है, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो।
अब इलाज का ख़र्च नहीं बनेगा बोझ
सरकार ने 'आयुष्मान भारत-एनटीआर वैद्य सेवा योजना' के तहत एक नई और महत्वाकांक्षी पहल शुरू की है, जिसमें हर परिवार को प्रति वर्ष ₹25 लाख तक का मुफ़्त इलाज मिलेगा। इस योजना से आंध्र प्रदेश के लगभग 1.63 करोड़ परिवारों को स्वास्थ्य बीमा का कवर दिया जाएगा, जिसमें 1.43 करोड़ ज़रूरतमंद परिवारों के साथ-साथ 20 लाख अन्य परिवार भी शामिल हैं।
कैसे काम करेगी यह योजना?
नेटवर्क अस्पताल: इस योजना को 'एनटीआर वैद्य सेवा हाइब्रिड पॉलिसी' के तहत लागू किया जाएगा। लोग राज्य भर के 2,493 चिन्हित नेटवर्क अस्पतालों में मुफ़्त इलाज करा सकेंगे।
3,257 तरह के इलाज मुफ़्त: इन अस्पतालों में कुल 3,257 तरह के ट्रीटमेंट बिल्कुल मुफ़्त में उपलब्ध होंगे।
जल्द मिलेगी मंज़ूरी: इलाज के लिए प्री-ऑथराइजेशन की प्रक्रिया को भी तेज़ कर दिया गया है और अब सिर्फ़ छह घंटे के भीतर मंज़ूरी मिल जाएगी।
आसान क्लेम प्रक्रिया: ₹2.5 लाख तक के क्लेम का निपटारा बीमा कंपनियाँ करेंगी, जबकि ₹2.5 लाख से ₹25 लाख तक का ख़र्च एनटीआर वैद्य सेवा ट्रस्ट द्वारा कवर किया जाएगा।
स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर बनाने की तैयारी
इस स्वास्थ्य पॉलिसी के अलावा, कैबिनेट ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत राज्य में 10 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित करने को भी मंज़ूरी दी है। ये कॉलेज अदोनी, मदनपल्ले, मारकापुरम, पुलिवेंदुला, पेनुगोंडा, पालाकोल्लू, अमलापुरम, नर्सीपटनम, बापटला और पार्वतीपुरम में बनाए जाएँगे। इनका निर्माण दो चरणों में किया जाएगा।
सरकार के इन फ़ैसलों से यह साफ़ है कि आंध्र प्रदेश में अब स्वास्थ्य सेवाओं को और ज़्यादा सुलभ और बेहतर बनाने पर ज़ोर दिया जा रहा है, ताकि किसी को भी इलाज के लिए पैसों की चिंता न करनी पड़े।
_303271200_100x75.png)
_173867793_100x75.png)
_1785372662_100x75.jpg)
_2028060940_100x75.jpg)
_693198850_100x75.jpg)