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Up Kiran, Digital Desk: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 20 जून को श्रीनगर दौरे से पहले, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को बेहद कड़ा कर दिया गया है। वे यहां 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे और 1,500 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे।

 यह दौरा प्रधानमंत्री के लगातार तीसरी बार पद संभालने के बाद जम्मू-कश्मीर का पहला दौरा होगा और अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद राज्य में आयोजित होने वाला पहला बड़ा कार्यक्रम भी है, जो इसके महत्व को और बढ़ाता है।

अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में एक बहु-स्तरीय सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है, जिसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना के जवान शामिल हैं। विशेष सुरक्षा समूह (SPG) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) ने भी सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए मोर्चा संभाल लिया है।

पूरे शहर, खासकर एसकेआईसीसी (शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर) और डलगेट (डल झील के पास) के आसपास के क्षेत्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा बलों द्वारा संवेदनशील स्थानों पर स्नाइपर तैनात किए गए हैं, जबकि ड्रोन से हवाई निगरानी की जा रही है। डल झील और झेलम नदी में विशेष टीमें गश्त कर रही हैं, ताकि किसी भी अप्रिय गतिविधि को रोका जा सके।

इसके अतिरिक्त, सभी होटलों, गेस्ट हाउसों और हाउसबोटों की सघन जांच की जा रही है, और यात्रियों की कड़ी तलाशी ली जा रही है। शहर में जगह-जगह अवरोधक लगाए गए हैं और यातायात प्रतिबंध भी लागू किए गए हैं। खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है।

अधिकारियों, जिनमें संभागीय आयुक्त कश्मीर विजय कुमार बिधुरी और आईजीपी कश्मीर वी.के. बिर्डी शामिल हैं, ने आश्वस्त किया है कि सुरक्षा के सभी पहलुओं पर गहनता से विचार किया गया है ताकि प्रधानमंत्री का दौरा और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह शांतिपूर्ण और सफल रहे।

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