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Up Kiran, Digital Desk: पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर और युद्ध विराम के बाद भी पाकिस्तान अपनी 'नापाक' हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की एक नई साजिश का पर्दाफाश हुआ है। अब पता चला है कि पाकिस्तान ने भारत की जासूसी करने के लिए अब नेपाल का रास्ता चुना है।
कुछ ऐसे दस्तावेज सामने आए हैं, जिनसे भारत में पाकिस्तानी आईएसआई घुसपैठियों के एक बड़े नेटवर्क का पता चला है। यह नेटवर्क पश्चिम एशिया से लेकर नेपाल और भारत तक फैला हुआ है। अब खुलासा हुआ है कि आईएसआई भारतीय सैन्य संस्थानों की जासूसी के लिए नेपाली नागरिकों का इस्तेमाल कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 2008 से आईएसआई के लिए काम कर रहे नेपाली नागरिक अंसारुल मियां अंसारी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से भारतीय सेना के गोपनीय दस्तावेज, तैनाती की योजना और प्रशिक्षण मैनुअल जब्त किए गए हैं। वह ये सारे दस्तावेज पाकिस्तान भेजने वाला था। पुलिस पूछताछ में अंसारी ने कबूल किया कि वह पाकिस्तानी एजेंट यासिर के निर्देश पर यह काम कर रहा था।
इतना ही नहीं, वह सोशल मीडिया और मैसेज के जरिए पाकिस्तानी एजेंटों से संवाद कर रहा था। गिरफ्तारी से पहले उसने कुछ संवेदनशील जानकारियों वाली सीडी फाड़ दी थी। जांच में यह भी पता चला कि अंसारी के भारत में कई साथी हैं, जिनमें झारखंड के अखलाक आजम का नाम भी शामिल है।
नेपाल से आईएसआई की जासूसी
दिल्ली पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि खुफिया एजेंसियों को सूचना मिली थी कि एक नेपाली नागरिक गोरखपुर के रास्ते भारत आ रहा है और इस व्यक्ति के पास भारतीय सेना से जुड़े कुछ गोपनीय दस्तावेज हैं। इसके बाद गोपालपुर गांव में जाल बिछाया गया और अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से एक लैपटॉप, प्रिंटर और गोपनीय जानकारियों वाले दस्तावेज और 1982 में छपा 'फाइटिंग इन बिल्ट अप एरियाज' शीर्षक वाला एक पर्चा जब्त किया गया।
आरोपी ने कबूला जुर्म
पूछताछ के दौरान अंसारी ने कबूल किया कि वह नेपाल के रास्ते भारत आता था और दिल्ली में पाकिस्तानी एजेंटों से मिलता था। उसके मोबाइल से जब्त किए गए वॉट्सऐप चैट, कॉल रिकॉर्ड और पाकिस्तानी नंबरों की जांच की जा रही है। इनमें कई संदिग्ध नंबर शामिल हैं। आरोपी ने यह भी बताया कि उसने दिल्ली आईएसबीटी पर 'पिंटू' नाम के व्यक्ति से एक सीडी ली थी, जिसमें गोपनीय जानकारियां भरी हुई थीं। हालाँकि, पुलिस कार्रवाई की चेतावनी मिलने के बाद उन्होंने सीडी नष्ट कर दी।
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