img

Up kiran,Digital Desk : "दोपहर में जब वह अपनी बहन के घर के लिए निकले थे, तो सब कुछ सामान्य था। लेकिन कुछ ही घंटों बाद, एक फोन कॉल ने खुशबू कुमारी की दुनिया हमेशा के लिए उजाड़ दी।" यह दर्द है उस पत्नी का, जिसके पति की जान एक बेरहम सड़क हादसे ने ले ली।

सोमवार देर शाम, पूर्णिया के NH-107 पर यह दर्दनाक हादसा हुआ, जब एक ही बाइक पर सवार तीन दोस्त घर लौट रहे थे। तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें बेरहमी से कुचल दिया और अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया।

पल भर में खुशियां मातम में बदलीं

टक्कर इतनी भीषण थी कि दो युवकों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि तीसरा जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है।

  • मरने वाले: 23 साल के नीतीश कुमार और उनके दोस्त संजीव कुमार।
  • घायल: उनके तीसरे साथी, शम्भू राम, जिनकी हालत बेहद गंभीर है और उन्हें पूर्णिया के बड़े अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

"उसने सिर्फ मेरे पति को नहीं, हमारा पूरा घर उजाड़ दिया"

मृतक नीतीश की पत्नी खुशबू कुमारी का रो-रोकर बुरा हाल है। उनकी बातें किसी का भी दिल दहला सकती हैं। बिलखते हुए उन्होंने बस इतना ही कहा:

"वह तो बस दोपहर दो बजे अपनी बहन के घर निपनिया गए थे। किसे पता था कि वापस आते समय रास्ते में काल उनका इंतजार कर रहा होगा। उस अज्ञात वाहन ने सिर्फ मेरे पति को नहीं, हमारा पूरा घर उजाड़ दिया।"

नीतीश अपनी बहन से मिलकर लौट रहे थे, जब गोकुलपुर गोदाम के पास यह हादसा हो गया और खुशियों भरा एक दिन, मातम की रात में बदल गया।

पुलिस ने शुरू की जांच

इस घटना के बाद पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। केनगर थानाध्यक्ष मुन्ना पटेल ने बताया कि उस अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी तलाश की जा रही है।

लेकिन इस जांच से उन दो परिवारों का दर्द कम नहीं होगा, जिनके घर का चिराग एक लापरवाह ड्राइवर की वजह से हमेशा के लिए बुझ गया।