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Up Kiran, Digital Desk: आप सबने अभिनेत्री श्वेता त्रिपाठी को 'मिर्ज़ापुर', 'मसान' और कई दूसरी फिल्मों व वेब सीरीज़ में दमदार किरदार निभाते देखा है। लेकिन अब श्वेता कुछ ऐसा करने जा रही हैं जो थोड़ा अलग है और उनके दिल के बहुत करीब है। वो करीब दस साल बाद एक बार फिर थिएटर की दुनिया में लौट रही हैं, लेकिन इस बार एक नए रोल में – बतौर 'निर्माता' (producer)!

उनकी यह वापसी 'कोल्ड फीट' नाम के एक नाटक के साथ हो रही है, जो एक क्वीयर ड्रामा है। यानी इसकी कहानी समलैंगिक या LGBTQ+ समुदाय के लोगों के जीवन और रिश्तों पर आधारित है।

सोचने वाली बात यह है कि श्वेता ने अपने करियर की शुरुआत ही मुंबई के थिएटर से की थी। फिल्मों और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कामयाबी हासिल करने के बाद, अब वह अपने इस मुकाम का इस्तेमाल उस माध्यम (थिएटर) को सपोर्ट करने के लिए कर रही हैं जिसने उन्हें शुरुआती पहचान दी। यह वाकई एक सराहनीय कदम है।

एक निर्माता के तौर पर, उनका लक्ष्य ऐसी कहानियों को मंच देना है जो महत्वपूर्ण हैं, जिन पर समाज में बात होनी चाहिए। 'कोल्ड फीट' जैसा नाटक चुनना यह दिखाता है कि श्वेता सिर्फ मनोरंजन तक सीमित नहीं रहना चाहतीं, बल्कि समाज के अलग-अलग पहलुओं और आवाज़ों को सामने लाना चाहती हैं। खासकर, LGBTQ+ समुदाय की कहानियों को मंच मिलना बहुत ज़रूरी है ताकि लोगों में समझ और स्वीकार्यता बढ़ सके।

यह सिर्फ श्वेता के लिए एक्टिंग से हटकर कुछ नया करना नहीं है, बल्कि यह थिएटर के प्रति उनके गहरे लगाव को भी दर्शाता है। दस साल बाद इस तरह लौटना और एक महत्वपूर्ण विषय पर बने नाटक को सपोर्ट करना, यह दिखाता है कि थिएटर उनके लिए कितना मायने रखता है। उम्मीद है कि उनके इस कदम से और भी लोग थिएटर से जुड़ने और सार्थक कहानियों को सामने लाने के लिए प्रेरित होंगे।

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