Up Kiran, Digital Desk: सिंगापुर के नवनियुक्त प्रधानमंत्री लॉरेंस वॉन्ग पद संभालने के बाद अपने पहले आधिकारिक दौरे पर भारत आ रहे हैं। उनका यह दौरा 2 सितंबर से 4 सितंबर तक चलेगा, जिसे दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को और मज़बूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री बनने के बाद यह लॉरेंस वॉन्ग का पहला भारत दौरा है। इस यात्रा के दौरान, वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें दोनों नेता आपसी हितों से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
किन मुद्दों पर होगी बात?
माना जा रहा है कि इस बैठक में व्यापार, निवेश, रक्षा सहयोग, टेक्नोलॉजी और फिनटेक जैसे क्षेत्रों पर ख़ास ज़ोर दिया जाएगा। भारत और सिंगापुर के बीच लंबे समय से मज़बूत व्यापारिक रिश्ते रहे हैं, और इस दौरे से इन संबंधों को एक नई ऊंचाई मिलने की उम्मीद है।
कई अहम समझौतों पर होंगे हस्ताक्षर
इस यात्रा का सबसे बड़ा आकर्षण कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर होना है। ये समझौते डिजिटल इकोनॉमी, ग्रीन एनर्जी, स्किल डेवलपमेंट और खाद्य सुरक्षा जैसे क्षेत्रों से संबंधित हो सकते हैं। ये डील्स दोनों देशों के बीच सहयोग के नए रास्ते खोलेंगी और आपसी साझेदारी को और भी गहरा करेंगी।
लॉरेंस वॉन्ग का यह पहला भारत दौरा इस बात का भी संकेत है कि सिंगापुर अपनी विदेश नीति में भारत को कितना महत्व देता है। यह दौरा न सिर्फ दो देशों के बीच के राजनयिक संबंधों को मज़बूत करेगा, बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया में भारत की स्थिति को और भी अहमियत देगा।
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