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Up Kiran, Digital Desk: हाल ही में पूर्वी सिक्किम से एक चिंताजनक खबर आई है। भारी बर्फबारी ने इस खूबसूरत राज्य में संकट की स्थिति पैदा कर दी है। सड़कों पर भारी भूस्खलन हुआ है जिसके कारण कई रास्ते बंद हो गए हैं। इसे देखते हुए अफसरों ने पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए नए यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिए हैं।
खतरनाक मौसम को देखते हुए अब यात्रा परमिट केवल कुछ खास जगहों तक ही सीमित कर दिए गए हैं। अगर आप पूर्वी सिक्किम घूमने की योजना बना रहे थे तो यह जानना आपके लिए बेहद जरूरी है कि अब आप जेएन रोड पर सिर्फ चांगू झील तक और आरएन रोड पर ज़ुलुक तक ही जा सकते हैं। यह कदम इसलिए उठाया गया है ताकि सड़कों को साफ करने का काम तेजी से हो सके और क्षेत्र में मौजूद सभी यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सड़कें बंद यात्रा मुश्किल
भारी बर्फबारी ने हालात इतने खराब कर दिए हैं कि कई इलाकों में यात्रा करना लगभग नामुमकिन हो गया है। इसी वजह से स्थानीय प्रशासन ने पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। फिलहाल प्राथमिकता सड़कों से बर्फ और मलबे को हटाने की है। टीमें दिन-रात इस काम में जुटी हैं ताकि जल्द से जल्द मुख्य रास्तों को खोला जा सके और यातायात सामान्य हो सके।
लाचुंग में फंसे पर्यटकों का सफल रेस्क्यू
बर्फबारी और भूस्खलन के कारण लाचुंग में कई पर्यटक फंस गए थे जो एक चिंता का विषय था। लेकिन राहत की बात यह है कि अफसरों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। मंगन के जिला प्रशासन ने स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया कि सभी पर्यटक प्रभावित इलाकों से सुरक्षित बाहर आ जाएं। सिक्किम के ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन (TAAS) ने रसद की जिम्मेदारी संभाली वहीं जनरल रिजर्व इंजीनियर फोर्स (GREF) और एके बिल्डर्स व एसयूएल जैसी निर्माण कंपनियों ने मलबा हटाने और सड़कों को फिर से खोलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
खुशी की खबर, लाचुंग रोड फिर से खुला
एक अच्छी खबर ये है कि सीमा सड़क संगठन (BRO) ने अपने प्रोजेक्ट स्वास्तिक के तहत लाचुंग जाने वाली सड़क को एकतरफा यातायात के लिए फिर से खोल दिया है। अब हल्के वाहन इस रास्ते से गुजर सकते हैं। इसकी मदद से लाचुंग में फंसे हुए पर्यटकों को सुरक्षित रूप से मंगन पहुंचाया गया है जहां उनके रहने का इंतजाम किया गया है।
दो दिनों से भी ज्यादा समय तक फंसे रहे पर्यटकों ने स्थानीय अफसरों और समुदाय के लोगों का दिल से शुक्रिया अदा किया है जिन्होंने उनकी सुरक्षित निकासी में मदद की। मंगन के जिला कलेक्टर और चुंगथांग के एसडीपीओ की त्वरित प्रतिक्रिया के कारण ही सभी प्रभावित यात्रियों को सुरक्षित क्षेत्र में पहुंचाया जा सका।
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