
Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना राज्य में अगले एक सप्ताह तक मौसम के तेवर बदलने वाले हैं। मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है, जिसमें कुछ इलाकों में भारी बारिश, आंधी-तूफान के साथ बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की भी चेतावनी जारी की गई है। (Source Text) इस बदलते मौसम को देखते हुए, नागरिकों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है।
अगले 7 दिनों के लिए विस्तृत मौसम पूर्वानुमान:
मौसम विभाग के अनुसार, 8 अगस्त से 10 अगस्त तक, तेलंगाना के नालगोंडा, महबूबनगर, नागरकर्नूल, विकाराबाद, नारायणपेट, जोगुलम्बा गद्वाल और सूर्यपेट जैसे जिलों में भारी से अति भारी बारिश (heavy rain) होने की प्रबल संभावना है। (Source Text) इन जिलों के साथ-साथ, पूरे प्रदेश में कहीं-कहीं गरज-चमक (lightning) के साथ आंधी-तूफान (storms with lightning) का भी अनुमान है। यह अवधि विशेष रूप से इन प्रभावित क्षेत्रों के लिए चिंताजनक हो सकती है, और लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
बारिश का क्रम जारी रहेगा, 12 अगस्त को बढ़ सकता है खतरा:
11 अगस्त को, प्रदेश के अधिक विस्तृत हिस्सों में बारिश की गतिविधियाँ देखी जाएंगी। (Source Text) जबकि 12 अगस्त का दिन और भी अधिक अलर्ट लेकर आ सकता है, क्योंकि इस दिन कई जगहों पर भारी बारिश होने की आशंका है, जिससे जलभराव और अन्य समस्याएँ बढ़ सकती हैं। (Source Text) इसके पश्चात्, 13 अगस्त से 15 अगस्त तक, राज्य के कुछ हिस्सों में एक बार फिर भारी बारिश का दौर देखने को मिल सकता है। (Source Text) यह निरंतर बारिश का क्रम कई निचले इलाकों के लिए चिंता का विषय बन सकता है।
"सुरक्षित रहें" - महत्वपूर्ण बचाव और सुरक्षा सुझाव:
तेलंगाना में संभावित भारी बारिश और तूफान के मद्देनजर, नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। मौसम विभाग और स्थानीय अधिकारियों ने निम्नलिखित महत्वपूर्ण सुझाव जारी किए हैं:
सड़क पर जल-जमाव से सावधान रहें: बारिश के दौरान सड़कों पर अचानक पानी जमा हो सकता है। गाड़ी चलाते समय या पैदल चलते समय पानी से भरे इलाकों से गुजरते समय अत्यधिक सावधानी बरतें। पानी की गहराई का अंदाजा न होने पर उस क्षेत्र से जाने से बचें।
तूफान के दौरान पेड़ों के नीचे खड़े न हों: जब गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल रही हों, तो खुले मैदानों में या विशेष रूप से पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचें। बिजली गिरने का सबसे बड़ा खतरा ऐसे स्थानों पर ही होता है। सुरक्षित और मजबूत इमारतों के भीतर आश्रय लें।
पुराने या कमजोर इमारतों से दूरी बनाए रखें: तेज हवाएं और भारी बारिश पुरानी या कमजोर संरचनाओं को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसी इमारतों के आसपास जाने से बचें या उनके नीचे शरण न लें, क्योंकि इनके ढहने का खतरा हो सकता है।
सभी निवासियों से अपील है कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी की जा रही नवीनतम अपडेट्स पर नज़र रखें और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
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