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garlic row: लहसुन को मसाला या सब्जी के रूप में वर्गीकृत करने का मुद्दा हाल ही में न्यायालय की चौखट तक पहुंच गया। किचन में लहसुन को आमतौर पर मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, मगर वनस्पति विज्ञान इसे सब्जियों के परिवार में शामिल करता है, जिसमें प्याज और लौके भी आते हैं।
सन् 2015 में मध्य प्रदेश के मार्केट बोर्ड ने लहसुन को सब्जियों की श्रेणी में डालने का प्रस्ताव पारित किया, मगर कृषि विभाग ने इसे फिर से मसाले का दर्जा दे दिया। इसके बाद, 2016 में आलू-प्याज-लहसुन कमीशन एजेंट एसोसिएशन ने हाई कोर्ट में चुनौती दी, और सिंगल जज की बेंच ने लहसुन को सब्जी मान लिया।
हालांकि, व्यापारियों ने इस फैसले पर आपत्ति जताई, और जनवरी 2024 में हाई कोर्ट की दो जजों की बेंच ने पूर्व के फैसले को पलटते हुए लहसुन को मसाला घोषित किया। इसके बावजूद, मार्च 2024 में फिर से समीक्षा की गई और इंदौर बेंच ने 2015 के मार्केट बोर्ड के फैसले को बरकरार रखते हुए लहसुन को सब्जी माना।
अंततः, कोर्ट ने फैसला किया कि लहसुन को सब्जी के रूप में वर्गीकृत किया जाए, जबकि इसे मसाला बाजार में भी बेचा जा सकता है। कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्णय किसान और विक्रेताओं के हित में है।