pakistan news: कहा जाता है कि व्यक्ति को उसके कर्मों का फल अवश्य मिलता है, और यह सिद्धांत पाकिस्तान पर पूरी तरह से लागू होता है। पाकिस्तान, जो हमेशा से आतंकवाद का केंद्र रहा है, आज खुद आतंक के साये में जी रहा है। भारतीय सीमा पार कर आतंकवादी भेजने वाला ये देश अब तहरीक-ए-तालिबान जैसे संगठनों के हमलों का सामना कर रहा है, जो पाकिस्तान की सेना के लिए गंभीर खतरा बन चुके हैं।
पाक सेना के प्रमुख असीम मुनीर ने हाल ही में स्वीकार किया कि फितना अल-ख्वारिज संगठन के हमलों से निपटना आसान नहीं है, और यह संगठन रोजाना सुरक्षा बलों को निशाना बना रहा है। फितना अल-ख्वारिज 2007 में वजूद में आया था, पिछले चार पांचस वर्षों में पाकिस्तान में अराजकता फैला रहा है। 2024 में इसके हमलों में 527 सुरक्षा बल और 400 से अधिक नागरिकों की जान गई।
इस संगठन का नेतृत्व वर्तमान में नूर वली मसूद कर रहा है और ये कई अलग अलग आतंकवादी समूहों को कंट्रोल करता है। पाकिस्तान का आरोप है कि तालिबान सरकार इस संगठन को समर्थन दे रही है, जबकि तालिबान इन आरोपों को खारिज करता रहा है। टीटीपी का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान को एक इस्लामिक राष्ट्र बनाना है।
ये स्थिति पाकिस्तान के लिए एक चेतावनी है कि जो बोया जाएगा, वही काटा जाएगा। आतंकवाद की फसल अब खुद पाकिस्तान को काटनी पड़ रही है।
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