img

Up Kiran, Digital Desk: सर्दियों के समय में घने कोहरे के कारण रोडवेज बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों को होने वाली कठिनाइयों को लेकर परिवहन निगम सतर्क हो चुका है। कोहरे के प्रभाव से यात्रियों की यात्रा में कोई बाधा न आए और वे अपने गंतव्य तक सही समय पर पहुंचें, इसके लिए निगम ने अपनी तैयारियों को और तेज कर दिया है। ड्राइवरों को विशेष प्रशिक्षण देने के साथ-साथ, बसों में कोहरे से बचाव के लिए जरूरी उपाय किए जा रहे हैं।

रायबरेली डिपो से 174 रोडवेज बसें विभिन्न रूटों पर चल रही हैं। पिछले वर्ष कोहरे के कारण कई बसों को रुकना पड़ा था। इस बार निगम किसी भी समस्या से बचने और यात्रा को सुरक्षित रखने के लिए प्रबंध कर रहा है। रोडवेज की बसों में पहले ही ऑल वेदर बल्ब लगाने का निर्देश दिया जा चुका है। अब ड्राइवरों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ताकि कोहरे में दुर्घटनाओं से बचा जा सके। इस बार निगम ने तकनीकी सहायता से कोहरे की समस्या का समाधान ढूंढने का प्रयास किया है।

रोडवेज बसों में ऑल वेदर बल्ब के अलावा, वाइपर, टूटे कांच बदलवाने और इंडीकेटर लगाने का काम भी जारी है। विभाग के मुताबिक, जल्द ही चालकों को राज्य कार्यालय से ऑनलाइन प्रशिक्षण मिलेगा, जबकि क्षेत्रीय कार्यालय में ऑफलाइन प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य कोहरे के दौरान सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करना है।

चालकों को विशेष प्रशिक्षण

रोडवेज बसों के चालक और परिचालकों को एक विशेष सुरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस प्रशिक्षण में उन्हें कोहरे, फिसलन और कम दृश्यता की स्थिति में वाहन को कैसे नियंत्रित किया जाए, इसके बारे में बताया जाएगा। साथ ही, आपातकालीन स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए, इस पर भी चर्चा होगी। विभाग के अनुसार, ड्राइवरों को रात के समय ड्राइविंग के दौरान लो बीम हेडलाइट्स और फॉग लाइट्स का सही उपयोग सिखाया जाएगा, जिससे रास्ते की पहचान आसानी से हो सके। इसके अलावा, बसों की तकनीकी स्थिति और फिटनेस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सभी बसों में अग्निशमन यंत्र और प्राथमिक उपचार किट रखना अनिवार्य किया गया है। साथ ही, बसों में किसी भी प्रकार की खामियों की रिपोर्ट प्रतिदिन दी जाने की व्यवस्था की गई है।