
Up Kiran, Digital Desk: पंजाब के सरहदी गांव तेजा रुहेला में एक बार फिर सतलुज नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से स्थिति गंभीर हो गई है। इस उफान के कारण गांव का सड़क संपर्क पूरी तरह से टूट गया और एक बार फिर फसलें जलमग्न हो गईं। ग्रामीणों का आरोप है कि पाकिस्तान की तरफ से छोड़ा गया पानी इस आपदा का मुख्य कारण है, जिसने गांव की मुश्किलें और बढ़ा दीं।
जलस्तर में बढ़ोतरी से सड़कें जलमग्न
ग्रामीणों के अनुसार, दो दिन पहले तक पानी का स्तर काफी कम हो चुका था। फसलें पानी से बाहर आने लगी थीं और सड़कें फिर से दिखने लगी थीं। यह देखकर ग्रामीणों को लगा कि हालात सुधर रहे हैं और जीवन पटरी पर लौटने वाला है, लेकिन अचानक रातों-रात पानी का स्तर फिर से बढ़ गया। सुबह उठते ही उन्होंने देखा कि फसलें फिर से डूब चुकी हैं और सड़कें जलमग्न हो गईं।
राज सिंह, एक स्थानीय निवासी, ने बताया कि पानी की तेज रफ्तार ने गांव की सड़कों को पूरी तरह से डुबो दिया है। अब स्थिति इतनी खराब हो गई है कि यहां तक कि पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। घरों तक पानी पहुंचने से कई परिवारों के लिए यह संकट और भी बढ़ गया है। जब राज सिंह अपने बच्चों को ससुराल से वापस ले आए, तो उन्होंने गांव का दृश्य देखकर पूरी तरह से चौंक गए। उनके घर और खेत फिर से पानी में डूब गए थे।
ग्रामीणों की सरकार से मदद की अपील
ग्रामीणों ने इस आपदा से उबरने के लिए सरकार से तात्कालिक राहत की मांग की है। उनका कहना है कि खराब हुई फसलों का पूरा मुआवजा और घरों के नुकसान की भरपाई की जाए ताकि प्रभावित परिवारों को जल्द राहत मिल सके। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इस स्थिति में तत्काल मदद मिलने से ही वे आने वाले समय में कुछ राहत महसूस कर सकेंगे।
नदी की बाढ़ और पाकिस्तान से छोड़े गए पानी का प्रभाव
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि पाकिस्तान की तरफ से छोड़ा गया पानी इस बाढ़ का मुख्य कारण है। सतलुज नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से गांव के निवासी चिंतित हैं। इसके अलावा, इस प्रकार के बाढ़ों का प्रभाव खेती और ग्रामीणों के रोज़मर्रा के जीवन पर भी गंभीर असर डाल रहा है, जिससे उनका जीवन और भी कठिन हो गया है।