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Up Kiran, Digital Desk: त्योहारों और छुट्टियों के मौसम में ट्रेन टिकट की वेटिंग लिस्ट हर यात्री के लिए सिरदर्द बन जाती है। लोग टिकट बुक तो करते हैं, लेकिन सफर से पहले तक उन्हें यह नहीं पता होता कि सीट मिलेगी भी या नहीं। अब रेलवे इस बड़ी परेशानी का समाधान निकालने जा रहा है। प्रयागराज मंडल से शुरू हुई एक नई पहल ने उम्मीद की किरण दिखाई है।
वेटिंग लिस्ट का समाधान: क्लोन ट्रेनों की शुरुआत
भारतीय रेलवे ने क्लोन ट्रेनों की अवधारणा को जमीन पर उतार दिया है। इन ट्रेनों को मौजूदा भीड़भाड़ वाली ट्रेनों की नकल माना जा सकता है, लेकिन इनका उद्देश्य एकदम अलग है। ये उन्हीं रूटों पर चलती हैं, जिन पर मूल ट्रेनें चलती हैं, मगर इनका मकसद उन यात्रियों को कन्फर्म सीट देना है जिनकी टिकट वेटिंग में फंस जाती है।
फिलहाल प्रयागराज एक्सप्रेस की क्लोन ट्रेन के रूप में इसका पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा चुका है। अब रेलवे की योजना है कि श्रमशक्ति एक्सप्रेस, संगम एक्सप्रेस, डॉ. अंबेडकरनगर एक्सप्रेस सहित सात ट्रेनों की क्लोन सेवा शुरू की जाए। इस प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड के पास भेजा गया है और मंजूरी की प्रतीक्षा है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, क्लोन ट्रेनों में प्राथमिकता थर्ड एसी कोच को दी जा रही है और स्टॉपेज भी कम रखे जाएंगे ताकि यात्रा का समय घट सके। शुरुआत में ये ट्रेनें सप्ताह में एक दिन चलाई जाएंगी और यात्रियों की संख्या बढ़ने पर इनकी आवृत्ति भी बढ़ाई जाएगी।
क्लोन ट्रेनों के ज़रिए मिलेंगे कई फायदे
इन नई ट्रेनों से न केवल वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को सीट मिलेगी बल्कि रेलवे की कमाई भी बढ़ेगी। सीमित स्टॉपेज की वजह से सफर तेज होगा और यात्रियों को समय की भी बचत होगी। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक हिमांशु शुक्ला ने बताया कि प्रयागराज एक्सप्रेस की क्लोन ट्रेन फिलहाल सप्ताह में एक बार चलाई जा रही है और बाकी ट्रेनों के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
स्टेशनों पर जल्द मिलेंगी मोबाइल एक्सेसरीज
रेलवे सिर्फ सफर आसान करने पर ही नहीं, बल्कि यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सुविधाओं को आधुनिक रूप दे रहा है। अब प्रयागराज मंडल के आठ बड़े स्टेशनों पर मोबाइल एक्सेसरीज स्टाल खोलने की योजना है। इनमें प्रयागराज जंक्शन, छिवकी, सूबेदारगंज, कानपुर सेंट्रल, फतेहपुर, इटावा, टूंडला और अलीगढ़ जंक्शन शामिल हैं।
इन स्टाल्स पर यात्रियों को मोबाइल चार्जर, पावर बैंक, ईयरफोन, कवर, स्क्रीन गार्ड जैसी जरूरी चीजें आसानी से मिल सकेंगी। साथ ही मोबाइल रिचार्ज की सुविधा भी होगी, जिससे यात्रियों को रास्ते में नेटवर्क या बैटरी खत्म होने की स्थिति में दिक्कत न हो।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कई बार यात्रियों की शिकायत रहती थी कि स्टेशन पर मोबाइल से जुड़ी आवश्यक चीजें नहीं मिलतीं। इसी कारण यह योजना बनाई गई है। वाणिज्य विभाग ई-नीलामी के ज़रिए इन स्टाल्स के संचालन की जिम्मेदारी निजी हाथों में सौंपेगा।
सुविधा और कमाई, दोनों की दिशा में कदम
सीनियर डीसीएम हिमांशु शुक्ला ने कहा कि आज के समय में मोबाइल फोन हर इंसान की बुनियादी जरूरत है। ऐसे में स्टेशन पर ऐसी सुविधाएं देना न सिर्फ यात्रियों की सहूलियत बढ़ाएगा, बल्कि स्टेशन की व्यावसायिक गतिविधियों में भी इजाफा करेगा।
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