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Up Kiran, Digital Desk: देश की राजधानी दिल्ली, जहां ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या बन चुका है, वहां के लोगों के लिए एक अच्छी खबर है! केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने दिल्ली में ट्रैफिक की समस्या को दूर करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। इसके तहत 6,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से एक एलिवेटेड रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा।

यह मेगा प्रोजेक्ट दिल्ली के अंदरूनी और बाहरी इलाकों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और यात्रियों के सफर को आसान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

क्या है यह एलिवेटेड रिंग रोड?
यह रिंग रोड एलिवेटेड होगा, यानी यह जमीन से ऊपर पुलों के माध्यम से बनाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य दिल्ली के भीतर से गुजरने वाले ट्रैफिक को कम करना है, खासकर उन भारी वाहनों को जो शहर से होकर गुजरते हैं। यह एक टोल-आधारित परियोजना होगी, जिसका मतलब है कि इस सड़क का उपयोग करने वाले वाहनों को टोल शुल्क देना होगा।

ट्रैफिक जाम से राहत: दिल्ली के भीड़भाड़ वाले इलाकों में ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलेगी।

समय की बचत: यात्रियों का सफर तेजी से पूरा होगा, जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।

प्रदूषण में कमी: ट्रैफिक के सुचारु प्रवाह से वाहनों से निकलने वाले धुएं में कमी आएगी, जिससे दिल्ली के वायु प्रदूषण में भी कुछ हद तक सुधार होगा।

बेहतर कनेक्टिविटी: दिल्ली के विभिन्न हिस्सों के बीच और आस-पास के राज्यों से दिल्ली आने वाले वाहनों के लिए भी बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

आर्थिक लाभ: बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापार और वाणिज्य को भी बढ़ावा मिलेगा।

परियोजना का विवरण:
यह एलिवेटेड रिंग रोड [यदि मूल लेख में विशिष्ट मार्ग या लंबाई का उल्लेख हो, उसे यहाँ जोड़ें, अन्यथा सामान्य रखें, जैसे 'शहर के विभिन्न महत्वपूर्ण बिंदुओं को जोड़ेगा']। इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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