
उत्तर प्रदेश ।। लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन (SP-BSP Alliance) का ऐलान कर दिया है।
सबसे पहले बसपा सुप्रीमो मायवाती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और कहा कि मोदी-शाह के गुरु चेले की नींद उड़ाने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस है। इस दौरान उन्होंने सीटों का ऐलान करते हुए कहा कि दोनों दल 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। रायबरेली और अमेठी की सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दी गई है।
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उन्होंने कहा कि लखनऊ गेस्ट हाउस कांड से ऊपर जनहित है। दोनों ही नेता ताज होटल में यह वार्ता कर रहे हैं। अखिलेश यादव यहां मायावती की अगवानी करेंगे। लोकसभा चुनाव के लिए दोनों नेता सीटों के बंटवारे का ऐलान करेंगे।
सपा- बसपा इसलिए गठंबधन कर रहे हैं तांकि वो अपने राजनीतिक हैसियत बचा सकें। दोनों दल पहले एक दूसरे पर आरोप लगाया करते थे। खैर, ये उनका मामला है, यहां तक कि सभी दल भी एकसाथ आ जाएं तो तब भी जीत हमारी ही होगी- सुंधाशु त्रिवेदी
सपा बसपा गठबंधन पर बोले कमलनाथ, कहा- आज पूरे देश में गठबंधन की जरूरत है। भाजपा को 2014 में केवल 31 फीसदी वोट मिला था और कहा कि यह लोगों का मत है। यह केवल वोटों के बंटवारे की वजह से हुआ।
मायावती को पीएम बनाने के सवाल पर अखिलेश ने दिया बड़ा बयान, कहा यूपी ने हमेशी पीएम दिया है, मैं चाहूंगा इस बार भी यूपी से पीएम बने।
एक सवाल को जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सपा और बसपा का यह गठबंधन लंबा चलेगा। यूपी चुनाव के अलावा यह विधानसभा चुनाव तक भी चलेगा।
आपको याद होगा जनवरी 2017 का वो दिन, जब लखनऊ के ताज होटल में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूपी के लड़कों ने एक गठबंधन का ऐलान किया था। जी हां, वो थे अखिलेश यादव और राहुल गांधी और तारीख थी 29 जनवरी 2017।
तब दोनों नेताओं ने लखनऊ के ताज होटल में आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में यूपी विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन का ऐलान किया था। आज एक बार फिर उसी ताज होटल में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी है लेकिन दूसरा चेहरा बदला हुआ है। यहां बुआ और भतीजे (मायवती-अखिलेश) की प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी है।
हालांकि 2017 में हुआ गठबंधन सफल नहीं हुआ था और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ही नहीं बल्कि कांग्रेस को भी करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था। तब कांग्रेस को 100 सीटों पर चुनाव लड़ने के बाद महज 7 सीटों पर ही जीत मिल सकी थी जबकि समाजवादी पार्टी को 47 सीटों पर संतोष करना पड़ा था।
अब तस्वीर बिल्कुल अगल है और सामने हैं लोकसभा चुनाव। समाजवादी पार्टी और बसपा का गठबंधन हो गया है जिसका औपचारिक ऐलान आज खुद दोनों दल के प्रमुख- मायावती और अखिलेश यादव करेंगे।
सूत्रों के मानें तो उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों में से सपा और बसपा की योजना 37-37 सीटों पर चुनाव लड़ने की है। इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को भी दो या तीन सीटें देने की चर्चा है। हालांकि आरएलडी ने 6 सीटों पर लड़ने की मांग की है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सीट अमेठी और सोनिया गांधी की सीट रायबरेली पर महागठबंधन अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगा।