लखनऊ। यूपी हस्तशिल्प विकास एवं विपणन निगम लि. में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रामकुमार सहायक के पद पर कार्यरत थे। 31 दिसम्बर 2021 को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा था। उस लिहाज से अफसरों को उन्हें उसी तिथि में सेवानिवृत्ति दे देनी चाहिए थी। निगम के बड़े—बड़े ओहदेदारों का ध्यान इस तरह नहीं गया और जब ध्यान गया, तब तक सेवानिवृत्ति की तिथि से एक साल तक का समय बीत चुका था। अब 2023 में उन्हें इसकी याद आई है और अब चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के सेवानिवृत्ति के बाद मिलने वाली धनराशि से वसूली की तैयारी चल रही है।
रिटायरमेंट की तिथि से एक साल बाद तक कराया काम
सहायक के पद पर कार्यरत रहे रामकुमार ने सेवानिवृत्ति की तिथि के लगभग एक साल तक बाकायदा एक रेगुलर कर्मचारी की तरह काम किया। उस दौरान उन्हें सैलरी मिली और भविष्यनिधि व जीएसएलआई आदि का भी उन्हें फायदा मिला। पूरे साल मिले इन लाभों के बराबर की धनराशि पहले उनसे जमा करने के लिए कही गई। कुल धनराशि एक लाख उनतालिस हजार पांच सौ नब्बे रुपये आंकी गयी है और इस धनराशि की जवाबदेही उन पर ही थोपी भी जा रही है।
निगम के कर्मचारियों के बीच है ये चर्चा
निगम के जानकारों का कहना है कि एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी इतना पढ़ा लिखा नहीं होता है कि उसे रिटायर कब होना है, वह खुद उस पर निर्णय ले। यह निर्णय कार्यालय के संबंधित अधिकारी का होता है तो ऐसे में उसकी गलती नहीं मानी जा सकती। रिटायरमेंट तिथि के बाद भी उसकी सैलरी बनती रही। यह खुद अपने आप में एक बड़ी चूक है। उधर रामकुमार रेगुलर कार्य करते रहे।। ऐसे में जब उन्होंने काम किया है तो उसके एवज में मिली धनराशि की वसूली या कटौती करना कहीं से भी न्यायोचित नहीं कहा जा सकता। यह गलती निगम के आला अफसरों की है। शासन को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और जिम्मेदार असफसरों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि भविष्य में किसी अन्य कर्मचारी को इस तरह का दंश न झेलना पड़े।
प्रबंध निदेशक ने जारी किया है ये आदेश
यूपी हस्तशिल्प विकास एवं विपणन निगम लि. के प्रबंध निदेशक प्रांजल यादव की तरफ से जारी कार्यालय ज्ञाप में कहा गया है कि रामकुमार, सहायक को 30 दिसम्बर 2022 को निगम की सेवा से रिटायर किया गया था। जबकि अभिलेखों के अनुसार इनको 31 दिसम्बर 2021 को ही रिटायर हो जाना चाहिए था। अत: रामकुमार से एक जनवरी 2022 से 30 नवम्बर 2022 तक किए गए सभी भुगतानों को वसूल किया जाना है। जिसमें सैलरी, भविष्यनिधि और जीएसएलआई की धनराशि शामिल है। यह धनराशि 1,39,590 रूपये है। यदि यह धनराशि 15 दिन के अंदर रामकुमार की तरफ से जमा नहीं किया जाता है तो इनका समायोजन उनके सेवनिवृत्तिक देयों से कर दिया जाएगा। इस बारे में जानकारी के लिए प्रबंध निदेशक प्रांजल यादव से बात करने की कोशिश की गई। पर उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।
भ्रष्टाचार से संबंधित उत्तर प्रदेश की बड़ी खबरें, पढ़ना चाहें -
सुबह बहाल दोपहर में पोस्टिंग और शाम को सस्पेंड, ये है वन निगम का खेल
स्थायी निदेशक की तैनाती के लिए सीएम आफिस नहीं भेजी जा रही फाइल, महकमे में चर्चा तेज
Mumbai PCF Property Dispute : क्या इस तरह से तीन सौ करोड़ की संपत्ति को कानूनी दांव -पेंच से बचाने…
UP Gov News : यूपी सरकार की 300 करोड़ की सम्पत्ति के कानूनी दांवपेंच में फंसने के आसार
Corruption in Ayush Department Uttar Pradesh : शासन की तरफ से बार-बार पत्र भेजने के बाद…
यूपी सचिवालय प्रशासन विभाग का भ्रष्टाचारी खेल : दस दिन पहले लिखा पढी में हटाया फिर बिना नये आदेश के…
Corrupt ADIO Rahul Singh Bhati के दबाव में DM बागपत, मुख्यमंत्री के आदेश पर साधी चुप्पी
Corruption game in UP cooperative : फर्जी डिग्री धारी सुभाष चन्द्र पांडेय का सच उजागर पर क्यों…
Corruption: सरकारी एकाउंट से बीडीसी के एकाउंट में 40 लाख ट्रांसफर, जमीन पर काम के नाम पर…
UP Information Department advertisement scam : सूचना महकमे के घपले-घोटालों का जिन्न बोतल…
Corrupt ADIO Rahul Singh Bhati के दबाव में DM बागपत, मुख्यमंत्री के आदेश पर साधी चुप्पी
Corruption game in UP cooperative : फर्जी डिग्री धारी सुभाष चन्द्र पांडेय का सच उजागर पर क्यों…
Natwarlal Ias Officer मणि प्रसाद मिश्रा ने सचिव बनने के लिये जन्मतिथि में की हेरा-फेरी!
game of corruption continues in Yogi government : 30 साल से एक ही जिले में तैनात इस लेखाकार…
Greater Noida Authority: फर्जी आदेश पर नौकरी पाने वाले भ्रष्ट ऑफिसर मयंक श्रीवास्तव को CEO…
अजब UP गजब UPSIDC: एक साथ दो-दो डिग्री कोर्स करने वालों और प्लाटों के फर्जी आवंटन करने…
Corruption In Siddharthanagar: गांव के विकास के लिए जिस बीडीसी को मिला पुरस्कार उसी के…
खबर का असर: नियुक्तियों में फर्जीवाड़े का महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने लिया संज्ञान, जांच रिपोर्ट तलब
पिता के नक्शे कदम पर चल बेटा भी बन बैठा शिक्षा माफिया तो चली नियुक्तियों में फर्जीवाड़े की रेल
अजब UP गजब UPSIDC: एक साथ दो-दो डिग्री कोर्स करने वालों और प्लाटों के फर्जी आवंटन करने…
शासन के फर्जी आदेश पर UPSIDC में नौकरी हासिल करने वाले इस भ्रष्ट मैनेजर पर कब होगी कार्रवाई!
अजब UP गजब UPSIDC: नियम-कानून ताक पर रखकर नौकरी पाने वाला बर्खास्त लेकिन फर्जी आदेश…
Corruption: सरकारी एकाउंट से बीडीसी के एकाउंट में 40 लाख ट्रांसफर, जमीन पर काम के नाम पर…
UP Information Department advertisement scam : सूचना महकमे के घपले-घोटालों का जिन्न बोतल …
--Advertisement--