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Up Kiran Digital Desk: दुनिया में हर इंसान के जीवन में कुछ न कुछ परेशानियाँ होती हैं। लेकिन, कुछ लोगों की ऐसी परेशानियाँ होती हैं कि सामने वाला भी उनके माथे पर हाथ मारने को मजबूर हो जाता है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश से सामने आया है। मध्य प्रदेश के खंडवा में एक जनसुनवाई में एक बेहद अप्रत्याशित और उतनी ही चौंकाने वाली घटना घटी। ज़िला कलेक्टर ऋषभ कुमार गुप्ता समेत तमाम आला अधिकारी मौजूद थे, तभी एक भिखारी ने ऐसी शिकायत की जिसने सुनने वाले सभी को चौंका दिया।

आखिर शिकायत क्या है

शफीक शेख नाम का एक दिव्यांग भिखारी इस जनसुनवाई में पहुँचा। ज़िला कलेक्टर के सामने अपनी पीड़ा बताते हुए उसने बताया कि उसकी दो पत्नियाँ हैं और दोनों के बीच लगातार झगड़ा होने की वजह से उसका भीख मांगने का काम प्रभावित हो रहा है। शफीक ने कहा कि वह दोनों पत्नियों को छोड़ना नहीं चाहता, बल्कि उन्हें एक ही छत के नीचे साथ रहना सिखाना चाहता है।

कलेक्टर भी अवाक रह गए

शफीक की बातें सुनकर ज़िला कलेक्टर ऋषभ कुमार गुप्ता स्तब्ध रह गए। जनसुनवाई में मौजूद अन्य विभागों के अधिकारी भी कुछ देर के लिए स्तब्ध रह गए। शफीक ने बताया कि उसकी पहली शादी 2022 में शबाना से हुई थी, जबकि दूसरी शादी 2024 में फरीदा से हुई थी। शफीक दृष्टिहीन है और खंडवा और महाराष्ट्र के बीच चलने वाली ट्रेनों और बसों में भीख मांगकर अपना गुजारा करता है।

आय प्रभावित हो रही है

शफीक के अनुसार, वह भीख मांगकर रोजाना दो से तीन हजार रुपये कमाता है और अपनी दोनों पत्नियों का भरण-पोषण कर पाता है। हालाँकि, उनके बीच लगातार झगड़े के कारण उसे भीख मांगने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है, जिससे उसकी आय प्रभावित हो रही है। इसलिए उसने जिला कलेक्टर से मामले में हस्तक्षेप करने और पत्नियों को समझाने का अनुरोध किया।

कलेक्टर का अनोखा समाधान

भिखारी की यह अनोखी शिकायत सुनकर जिला कलेक्टर पहले तो कुछ पल के लिए स्तब्ध रह गए, लेकिन फिर मुस्कुराते हुए मामले को महिला एवं बाल विकास विभाग को जाँच के लिए भेज दिया। उन्होंने निर्देश दिया कि शफीक की दोनों पत्नियों को बुलाकर उनकी काउंसलिंग की जाए और उनके मतभेदों को सुलझाने का प्रयास किया जाए।

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