
नई दिल्ली॥ झारखंड विधानसभा इलेक्शन का अंतिम परिणाम के साथ ही भाजपा के हाथ से एक और अहम राज्य खिसक गया। झारखंड में हार के साथ मोदी सरकार 2.0 के पहले आठ महीने में ही भारतीय जनता पार्टी के हाथ से महत्वपूर्ण 5 राज्य निकल गए।
2019 मई में मोदी सरकार लोकसभा इलेक्शन में जीत हासिल कर सत्ता में वापसी की थी। भारतीय राजनीति में इस चुनाव को एक महत्वपूर्ण पड़ाव माना गया। ऐसा इसलिए कि गैर कांग्रेसी पार्टियों में ये बड़ी जीत हासिल करने वाली भारतीय जनता पार्टी बनी।
लेकिन मोदी सरकार 2.0 के बाद से भारतीय जनता पार्टी विधानसभा के इलेक्शनों में हर जगह भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त मिली है। एक साल के भीतर भारतीय जनता पार्टी को मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सत्ता से भी हाथ गंवाना पड़ा है। आंकड़ों के अनुसार, भारतीय जनता पार्टी ने बीते एक वर्ष में एक भी बड़े राज्य में जीत हासिल नहीं की है।
2014 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी झारखंड में 37 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। सहयोगी आजसू के साथ उसके पास आसानी से बहुमत का जादुई आंकड़ा आ गया था। अब चुनावी हार के बाद सीएम रघुबर दास ने इस्तीफा देते हुए हार का ठीकरा अपने सिर लिया है। उन्होंने बताया है ये पार्टी की हार नहीं, मेरी हार है।
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अब दिल्ली विधानसभा का इलेक्शन फरवरी में होगा। फिलहाल 70 सीटों वाली विधानसभा में आम आदमी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में है। इसके बाद 2020 में ही बिहार विधानसभा का इलेक्शन होना है। दोनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के लिए संभावनाएं बेहतर नहीं है। सत्ता में आने के लिए भारतीय जनता पार्टी को एड़ी-चोटी का पसीना एक करना पड़ सकता है।
फोटो- फाइल
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