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Cricket News: संजू सैमसन के पास भारतीय टी20 टीम में स्थायी जगह पाने का शानदार मौका था, मगर श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज में उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा। पहले मैच में बाहर रहने के बाद संजू को अंतिम दो मैचों के लिए प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया, मगर वह लगातार दो मैचों में शून्य पर आउट होकर सिर्फ पांच गेंद ही खेल पाए। सैमसन का विकेट के पीछे भी प्रदर्शन खराब रहा और उन्होंने अंतिम मैच में तीन कैच छोड़े।

संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी के लिए इस फॉर्मेट में 20 से कम का औसत उनके कौशल के साथ न्याय नहीं करता है। अगर हम पिछले छह महीनों में सैमसन के प्रदर्शन को देखें, तो उनके पास दिखाने के लिए केवल 58 रन की पारी है, जो उन्होंने पिछली सीरीज़ में जिम्बाब्वे के खिलाफ़ बनाई थी। हाँ, वह टीम से अंदर-बाहर होते रहे हैं, मगर जब कोई भारत जैसी टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहा हो, जहाँ इतनी प्रतिभाएँ मौजूद हों, तो उसे हर अवसर का लाभ उठाने की ज़रूरत होती है और सैमसन को पता होगा कि वह अवसरों को बहुत आसानी से जाने देते हैं।

भारतीय कोच गौतम गंभीर संजू सैमसन को बहुत ऊँचे दर्जे का मानते हैं और उनका फैसला यह तय करने में महत्वपूर्ण होगा कि सैमसन का करियर आगे किस दिशा में जाएगा। गंभीर सैमसन को कुछ और मैचों के लिए टीम में रख सकते हैं और उन्हें लंबे समय तक मौका दे सकते हैं या ध्रुव जुरेल और जितेश शर्मा जैसे खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जिन्होंने भारत के लिए मिले सीमित मौकों में कहीं अधिक निरंतरता दिखाई है।

भारत की हार के मुंह से जीत हासिल करने पर कोच गौतम गंभीर बहुत खुश हुए और उन्होंने संजू सैमसन को गले लगाया, क्योंकि भारत ने शानदार सीरीज जीत हासिल की।

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