लखनऊ ।। योगी सरकार बनते ही सीएम योगी ने अपने कुछ चहेते और भ्रष्ट अफसरों को जिले में तैनाती दे दी। जिनकी लाख शिकायतें व लपरवाही भरी कार्य प्रणाली से आए दिन सरकार की किरकरी होती रही।
फिर भी ये अफसर सुधरने का नाम नहीं लिए और न ही योगी सरकार ने इनके कार्यप्रणाली का संज्ञान लिया। हाल ही में उन्ही अफसरों में से 3को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने निलंबित कर दिया।
लेकिन फिर भी अफसर सुधरने का नाम नहीं ले रहें। क्योंकि उन्हें लगातार सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। इन्ही में से एक जिलधिकारी अजय दीप सिंह भी है। जिनके चैंबर में फरियादी न्याय न मिलने के कारण सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या का प्रयास किया।
जानकारी के अनुसार, पिछले 11 साल से जमीनी मामले को लेकर अधिकारियों के सामने चक्कर काट रहे मां बेटे ने गत सोमवार दोपहर बाद जिलाधिकारी के चैंबर में पहुंचे।
जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देने के बाद ही युवक ने मौके पर ही सल्फास की गोलियां खा ली और कहा कि 11 साल से चक्कर लगा रहे हैं लेकिन अभी तक न्याय नहीं मिला।
आपको बता दें कि मामला बहराइच के नानपारा तहसील का है। यहां अधिकारी विपक्षियों का पक्ष लेते हुए न्याय देने में रोड़े अटका रहे हैं। इसकी को लेकर सल्फास खाने के बाद युवक की हालत गंभीर होते देख डीएम ने तत्काल युवक को जिला अस्पताल पहुंचाकर भर्ती कराया। साथ ही मामले के जांच के आदेश दिए हैं। इस घटना से हड़कंप की स्थिति रही।
फोटोः फाइल
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