इन 5 वजहों से नहीं मिलता सुख-चैन, जानिए इनके बारे में

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अजब-गजब॥ Chanakya (चाणक्य) ने अपने नीति ग्रंथ में जीवन के कष्टों से निवारण पाने के लिए कई नीतियों का बखान किया है। उन्होंने एक श्लोक के माध्यम से उन 5 वजहों के बारे में बताया है जिससे मनुष्य के जीवन का सुख-चैन छिन जाता है। वो कभी सुखी नहीं रह पाता और भीतर से घुटता रहता है। आइए जानते हैं इन 5 कारणों के बारे में|

Chanakya

  • चाणक्य के मुताबिक, निवास स्थान अगर बदनाम हो तो वहां नहीं रहना चाहिए, क्योंकि वहां रहने वाले लोग बुरे होते हैं। ऐसी जगह व्यक्ति के रहने के लिहाज से सबसे खतरनाक होती है। यहां सिर्फ हानि होती है। इसका बुरा असर संतान के भविष्य पर भी पड़ता है।
  • चाणक्य के अनुसार, गलत कार्यों में लिप्त रहने वाले शख्स की सेवा करना अधर्म माना जाता है। ऐसे व्यक्ति का साथ मनुष्य को बर्बाद कर देता है। इनके संगत में अच्छा शख्स भी दुष्ट हो जाता है। इसलिए ऐसे लोगों की सेवा कभी नहीं करनी चाहिए।
  • हानिकारक खाना कभी ग्रहण नहीं करना चाहिए। भोजन करना जीवन के लिए जितना अनिवार्य है उतना ही आवश्यक ये भी है कि आप कैसा खाना कर रहे हैं। खराब भोजन से स्वास्थ्य खराब होगा और स्वास्थ्य् सही नहीं रहने पर व्यक्ति किसी भी काम को नहीं कर पाता है।

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  • पत्नी अच्छी हो तो जीवन सफल बताया जाता है और उसका आचरण अगर खराब हो, वो द्वेष पालने वाली महिला हो तो व्यक्ति के लिए परेशानी बढ़ जाती है। ऐसे व्यक्ति अंदर ही अंदर जलते रहते हैं और हमेशा विवादों में ही रहते हैं।
  • चाणक्य के अनुसार, मूर्ख पुत्र को त्याग देना चाहिए। वो कहते हैं कि गलत कार्यों में लिप्त रहने वाला मूर्ख पुत्र हमेशा परेशानी उत्पन्न करता है।
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