राजस्थान पेपर लीक मामले में हर दिन नए राज खुल रहे हैं। इस मामले के मास्टरमाइंड हर्ष वर्धन को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। जांच में पता चला है कि आरोपी कई सालों से परीक्षा में नकल कर रहा है। इस बीच, राजस्थान लोक सेवा आयोग ने सब इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर भर्ती परीक्षा 2021 आयोजित की है। इस परीक्षा में आरोपी हर्ष वर्धन ने पेपर लीक और डमी कैंडिडेट्स के जरिए 50 से ज्यादा अभ्यर्थियों को पास कराया था।
इस बीच पुलिस जांच में सामने आया कि हर्ष वर्धन ने न सिर्फ कई अभ्यर्थियों को बल्कि अपनी आठवीं फेल पत्नी को भी पुलिस भर्ती परीक्षा में पास कराया था। हर्षवर्द्धन ने सबसे पहले गलती से अपनी पत्नी के लिए बीए की डिग्री हासिल कर ली। फिर वह एक डमी उम्मीदवार के माध्यम से सब इंस्पेक्टर परीक्षा में पास हो गई। इसके अलावा पुलिस ने पेपर लीक मामले में अब तक 16 और आरोपियों को अरेस्ट किया है। इसमें छह महिला उपनिरीक्षक और उपनिरीक्षक कृपाल सिंह शामिल हैं। कृपाल सिंह नागौर के डिप्टी एसपी के बेटे हैं। सब-इंस्पेक्टर की ट्रेनिंग ले रहे 35 आरोपी और परीक्षा में टॉप करने वाले नरेश विश्नोई भी पुलिस की हिरासत में हैं।
पुलिस ने अरेस्ट आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इसके अलावा कई आरोपी ट्रेनिंग सेंटर से फरार हो गए हैं। राजस्थान पेपर लीक मामले में एक जांच अधिकारी ने कहा कि भर्ती परीक्षा में टॉपर समेत 15 प्रशिक्षु पुलिस उप-निरीक्षकों को फटे प्रश्नपत्रों और डमी उम्मीदवारों की मदद से परीक्षा (2021) पास करने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। इस बीच आरोपी हर्ष वर्धन एक आश्रम भी चलाता है और यह बात भी सामने आई है कि वह वहां लोगों को उपदेश देता है। लेकिन अब उनका असली चेहरा सामने आ गया है।
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