उमर ने रविवार को सोशल-मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की। इसमें उन्होंने लिखा, “अगस्त 2019 के बाद ये नया कश्मीर है। हमें हमारे घरों में बिना किसी वजह से बंद कर दिया गया है। क्या इतना काफी नहीं था कि उन्होंने मुझे और मेरे पिता को हमारे घरों में बंद किया। अब उन्होंने मेरी बहन और उनके बच्चों को भी घर में बंद कर दिया है। (Dr Farooq Abdullah)
उन्होंने कहा कि चलिए आपका लोकतंत्र का नया मॉडल यही है कि हमें बिना कोई कारण बताए नजरबंद कर दिया जाए, लेकिन घर में काम करने वाले स्टाफ को भी नहीं आने दिया जा रहा है। अब जब मैं गुस्सा होता हूं और तल्खी दिखलाता हूं तो आप आश्चर्य जाहिर करते हैं।’ (Dr Farooq Abdullah)
वहीं जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला, फारूक अब्दुल्ला (Dr Farooq Abdullah) सहित उनके परिवार के अन्य सदस्यों के घरों के बाहर सुरक्षाबलों को भी तैनात कर दिया गया है। (Dr Farooq Abdullah)
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद फारूक और उमर को 5 अगस्त 2019 को नजरबंद कर लिया गया था। उमर पर पीएसए के तहत लोगों को भड़काने का आरोप लगाया गया था। फारूक 13 मार्च और 24 मार्च को रिहा किए गए थे। (Dr Farooq Abdullah)
जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर लिया गया था। उन्हें पिछले साल 27 नवंबर को रिहा किया गया है। वे 14 महीने तक नजरबंद रहीं। (Dr Farooq Abdullah)