आज की भागदौड़ भरी ज़िदगी में हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पाते है जो हमारे शरीर के लिए बेहद खतरेमंद साबित हो सकती है लेकिन आप पर किसी भी तरह के बिमारी के बादल ना मड़राये इसके लिए आज हम आपको बतायेंगे आयुर्वेद के छोटे—छोटे मगर असरदार और आसान prescriptions नुस्खे।
जैसा की आप जानते हैं कि, इस महीने में कई त्योहार होते हैं, जिन्हें लोग खुलकर सेलिब्रेट करते हैं। इस दौरान वे खान-पान को लेकर सावधानी नहीं बरतते और बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। सावन में में लोगों को पाचन से संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है। अगर खान-पान food and drink का ध्यान रखा जाए तो आप इस मौसम में खुद को स्वस्थ और तंदुरुस्त fit and healthy रख सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि आयुर्वेद में हर मौसम के हिसाब से अलग खान-पान (Diet) का जिक्र किया गया है। इसमें बताया गया है कि लोगों को अलग-अलग मौसम के अनुसार कैसा भोजन करना चाहिए, ताकि बीमारियों से बचाया जा सके।
जानिये एक्सपर्ट राय
डॉ. अभिनव राज (MD, Ayurveda) का कहना है कि आयुर्वेद के प्रमुख ग्रंथों में शुमार ‘अष्टांग हृदय eight-sided heart’ में डाइट प्लान को लेकर विस्तार से बताया गया है। बरसात के मौसम में लोगों का डाइजेशन सिस्टम Digestion System स्लो हो जाता है और metabolism मेटाबॉलिज्म अच्छी तरह से काम नहीं करता। इसकी वजह से लोग बरसात के मौसम में बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। डॉ. अभिनव राज के अनुसार लोगों को बारिश के मौसम में हल्का खाना खाना चाहिए और तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। ताजा फलों का जूस, शिकंजी, फालसे का शरबत और अन्य फलों व मौसमी सब्जियों Juice, Shikanji, Phalse ka sherbet and other fruits and seasonal vegetables का सेवन शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
हालांकि आयुर्वेद में खाने का समय निर्धारित किया गया है। इसके मुताबिक ब्रेकफास्ट में फल, सलाद और जूस का सेवन किया जा सकता है। इस दौरान दूध नहीं पीना चाहिए।
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