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नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में छात्र संघ चुनाव को लेकर आयोजित एक बैठक में एबीवीपी और वाम समर्थित समूहों के बीच बीती रात जमकर झड़प हुई, जिसमें दोनों पक्षों के कुछ सदस्य घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में जेएनयू प्रशासन की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

जानकारी के मुताबिक जेएनयूएसयू चुनावों के लिए चुनाव आयोग के सदस्यों के चयन के लिए परिसर स्थित साबरमती ढाबा पर विश्वविद्यालय की आम सभा की बैठक (यूजीबीएम) के दौरान दोनों छात्र समूह आपस में भिड़ गए। एबीवीपी और डीएसएफ ने एक दूसरे पर हमले का आरोप लगाया है। डीएसएफ ने एबीवीपी के सदस्यों पर चुनाव प्रक्रिया बांधित करने का आरोप लगाया है। इस मामले में सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हैं, जिसमें छात्रों के बीच नारेबाजी और बहस हो रही है। वीडियो में विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी छत्रों को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।

शनिवार की सुबह एबीवीपी ने एक बयान में कहा कि  रात 9:30 बजे साबरमती मैदान में यूनिवर्सिटी की जनरल बॉडी मीटिंग का आयोजन किया गया था। सबसे पहले जेएनयूएसयू ने माइक से कार्यकर्ताओं को जातिवादी गालियां दीं, क्योंकि वे नहीं चाहते थे कि एबीवीपी इस बैठक में हिस्सा ले। इस पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने उनसे बात की और उन्हें माइक और साउंड नहीं ले जाने को कहा। जब वामपंथी संगठनों एआईएसए, एसएफआई, डीएसएफ आदि ने देखा कि यूजीबीएम किसी भी तरह से होगा, तो उन्होंने यूजीबीएम को परेशान करने की कोशिश की। हालांकि एबीवीपी ने उनकी रणनीति को विफल कर दिया। इसपर उन्होंने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को पीटना शुरू कर दिया।

इसी तरह डीएसएफ ने एक बयान में कहा कि 2023-2024 छात्र संघ चुनाव शुरू होने की जेएनयू प्रशासन की घोषणा के जवाब में, एबीवीपी ने प्रशासन के साथ मिलकर छात्रों द्वारा बुलाए गए यूजीबीएम को बाधित करने और जेएनयूएसयू चुनाव 2024 की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को रोकने का काम किया। डीएसएफ, एबीवीपी के अलोकतांत्रिक व्यवहार की निंदा करता है!  डीएसएफने सभी छत्रों से साबरमती ढाबा पर होने वाले यूजीबीएम में एकत्र होने का आह्वान किया है। वहीँ स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया' ने आरोप लगाया है कि जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष पर एबीवीपी के छात्रों ने हमला किया और झड़प के दौरान उन पर पानी फेंका। 

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