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तुलसा एक खास तरह का पौधा है और आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल कई बीमारियों के लिए किया जाता है। ठंडक में चाय और दूध में तुलसी की पत्तियों का सेवन किया जाता है। मगर कई लोगों के लिए तुलसी के पत्ते खाना सेहत के लिए डेंजरस होता है.

तुलसी या तुलसी पुदीने के पौधों के लामियासी परिवार से संबंधित एक शानदार जड़ी बूटी है। मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, गर्भवती महिला द्वारा तुलसी का सेवन गर्भाशय संकुचन का सबब बन सकता है।

कई शोध के मुताबिक, ये बात सामने आई है कि तुलसी की पत्तियां ब्ल्ड शुगर के स्तर को बनाए रखने में मदद करती हैं। मगर यदि कोई पहले से ही इसके लिए दवा ले रहा है तो उस व्यक्ति को तुलसी का सेवन करने से बचना चाहिए।

आपको बता दें कि तुलसी में यूजेनॉल प्रचुर मात्रा में होता है। इसलिए यूजेनॉल के ज्यादा सेवन से लिवर खराब होने का डर रहता है। जी मिचलाना और डायरिया की भी दिक्कत हो जाती है।

बताया जाता है कि तुलसी में पारा होता है इसलिए तुलसी के पत्तों को कभी नहीं चबाना चाहिए। इसके अलावा तुलसी अम्लीय होती है। आपका मुँह क्षारीय हो जाता है। यह आपके दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है।
 

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