
यूपी किरण डेस्क। भारतीय रेल देश की लाइफ लाइन कही जाती है। रेलवे के जरिए हर दिन करीब ढ़ाई करोड़ यात्री अपनी यात्रा पूरी करते हैं। बहुत सारे लोग आरक्षित कोचो में अपना रिजर्वेशन भी पहले ही या तत्काल में करवाते हैं। रेल की टिकट ऑनलाइन बुक की जाती है। बहुत से यात्री अपना रिजर्वेशन टिकट काउंटर से ही लेते हैं। कई बार कुछ कारणों से ट्रेन भी कैंसिल हो जाती है, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ट्रेन अगर रद्द हो जाए तो टिकट का रिफंड मिलता है। इस बारे में यात्रियों को जानकारी आवश्यक है।
भारतीय रेलवे डिजिटल हो चुकी है। अब इसका अधिकांश काम ऑनलाइन ही होता है। ऑनलाइन टिकट बुक करने पर अगर यात्रा करने वालों को ट्रेन कैंसिल हो तो ज्यादा दिक्कत नहीं होती। ट्रेन के कैंसिल होते ही रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है। ऑनलाइनमाध्यम से 7 से 8 दिन के अंदर पैसे वापस आ जाते हैं।
यदि रिजर्वेशन टिकट आफ लाइन अर्थात काउंटर से लिया गया है और ट्रेन कैंसिल हो गई है तो रिफंड प्रक्रिया में दिक्कत के साथ डेरी भी होती है। रिफंड के लिए टीडीआर फाइल करना होता है अर्थात टिकट डिपॉजिट रिफंड करना होता है। टीडीआर फाइल करने के लिए ऑनलाइन अकाउंट आईडी आईआरसीटीसी पर बनाएं और फिर टीडी लिंक पर जाएं।
इसके बाद पीएनआर नंबर ट्रेन नंबर और अन्य जानकारी डालकर ओटीपी डालें। इसके बाद ही रिफंड के ऑप्शन दिखेंगे जिस पर क्लिक करना होता है। इसके बाद मोबाइल की स्क्रीन पर एक मैसेज आएगा कि किस अकाउंट में रिफंड लेंगे। इस तरह पूरी प्रक्रिया के बाद रिफंड मिल जाएगा।