Uppolice : पत्रकार की रात भर थाने में पिटाई, महिला पुलिसकर्मियों ने भी बहती गंगा में हाथ धोया, सपा अध्यक्ष अखिलेश बोले

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आगरा। योगी सरकार 2.0 के आते ही यूपी पुलिस (Uppolice) बेकाबू हो गई। सताधारियों को खुश करने के लिए अब समाज के चौथे स्तभ पर हमला बोल दिया गया है। तथा कथित मामले में पंजाब केसरी के पत्रकार गौरव को आधी रात को घर से उठा लिया गया। थाने में रात भर पत्रकार की पिटाई की गई। कोर्ट में पेश होने पर पुलिस का जुल्म सुनाकर पत्रकार फूट-फूट कर रोया और पिटाई के निशान भी दिखाए। इस घटना के बाद मीडियाकर्मियों में काफी रोष है। इस मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर सवाल उठाए हैं।Uppolice - Agra

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा कि आगरा के पत्रकार गौरव अग्रवाल की सच्ची पत्रकारिता व जनहित में उठाई आवाज़ को भाजपा सरकार ने शारीरिक प्रताड़ना से दबाना चाहा है। देशभर के पत्रकार इस उत्पीड़न के ख़िलाफ़ साथ आएं! तत्काल न्यायिक जाँच हो! ये लोकतंत्र के ‘चौथे स्तंभ’ को ‘थोथे स्तंभ’ में बदलने की घोर निंदनीय साज़िश है। (Uppolice)

8 मार्च को मतगणना स्थल पर हंगामे के बाद कवरेज करने पहुंचे पंजाब केसरी के पत्रकार गौरव अग्रवाल और उसके 10-12 साथियों के खिलाफ बलवा सरकारी कार्य में बाधा और 7 क्रिमिनल एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था, इस मामले में सोमवार मंगलवार की रात 1:00 बजे अधिकारियों का फरमान मिलने के बाद पुलिस (Uppolice) ने गौरव बंसल को उसके घर से दबोच लिया।

कोर्ट में पेशी के समय मजिस्ट्रेट के समक्ष रो-रो कर पुलिसिया जुल्म की दास्तां सुनाई। उसने कहा कि रात भर थाने में थर्ड डिग्री दी गई। बेइज्जत करने के लिए महिला पुलिस (Uppolice) कर्मियों को बुलाकर पिटवाया गया। थानेदार समेत पुलिस अधिकारियों ने भद्दी गालियां देते हुए रात भर सोने नहीं दिया था। कई बार पिटाई की गई। उसके साथ अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया।

अधिवक्ताओं की दलील के बाद अदालत ने 21 मार्च तक गौरव बंसल को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले में पुलिस (Uppolice) अधिकारी और सत्ता दल से जुड़े नेता मौन साधे रहे।

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