मध्य प्रदेश॥ पिछले दिनों एक ऐसी फोटो प्रकाश में आई है जो महिला के बलिदान को दिखाती है। ये फोटो ये प्रश्न भी खड़ा करती है कि आखिर औरतों की ऐसी स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है?
दरअसल ये वायरल फोटो एमपी के आगर-मालवा की है। यहां बैलों (जानवर) की जगह औरतों ने ले ली है। आप देख सकते फोटो में उन्हें खेत की जुताई के लिए हल में बैल की जगह खुद चलना पड़ रहा है।
इस फोटो को देखकर बोला जा सकता है कि खेतों में औरतें बैलों की जगह अपने हाथों में किसानी वाले गैजेट लेकर बुआई, छंटाई का काम करने को मजबूर हैं। दरअसल आगर-मालवा के कई ऐसे परिवार है जिनके पास धन नहीं है और वो बहुत गरीब है जिसके चलते वो बैल नहीं खरीद सकते। ऐसे में स्त्रियों को खुद ही बैल की जगह लेनी पड़ी। यहां पेट भरने के लिए औरतें खेतों में हल-बख्खर और कल्पे चलाने को मजबूर हैं।
प्राप्त सूचना के मुताबिक ये महिलाएं अपनी 3 बीघा भूमि में बोई हुई सोयाबीन उगने वाले खरपतवार को हटाने के लिए कल्पा चला रही हैं। केवल यही नहीं बल्कि इनके 2 बच्चे हैं जो अपनी माता का साथ देते नजर आते हैं।