
अजब-गजब॥ अक्सर चंद्रमा के लापता होने के किस्से कुछ किस्सों में सुनने को आवश्य मिलते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि ऐसा सच में हुआ था? जानकर भले ही यकीन ना हो, लेकिन आज से 910 वर्ष पहले चांद आसमान से लापता हो गया था। वो भी कुछ वक्त के लिए नहीं महीनों तक। अब चांद के लापता होने का रहस्य रिसर्चकर्ताओं ने सुलझाने का दावा किया है।
आपको बता दें इसके लिए साइंटिस्ट बहुत वक्त से खोज कर रहे थे। साइंटिस्टों ने इसके पीछे की वजह किसी और को नहीं बल्कि धरती को बताया है। दरअसल, 910 साल पहले चांद आसमान से गायब हो गया था। लगभग 1 महीने तक लोग चांद को नहीं देख पाएं। इसके पीछे क्या वजह थी, ये साइंटिस्टों के लिए एक रहस्य बना हुआ था। इस पर बहुत शोध किया गया, लेकिन सदियों तक कोई सुराग नहीं मिला और कहानी अनसुलझी ही रही। अब साइंटिस्टों ने इसका कारण पता लगाया है।
साइंटिस्टों ने बताया कि ज्वालामुखी की राख, सल्फर और ठण्डे मौसम की वजह से चंद्रमा दिखना बंद हो गया था। शोध में सामने आया है कि वर्ष 1108 के मध्य आइसलैंड के ज्वालामुखी हेकला में बड़ा ब्लॉस्ट हुआ था। इसके बाद उसमें निरंतर छोटे-छोटे ब्लॉस्ट होते रहे। जिसके चलते धरती के वायुमंडल में अचानक सल्फर की मात्रा में तेजी वृद्धि हुई थी।