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यूपी किरण डेस्क। हिमाचल प्रदेश में बीजेपी का ऑपरेशन कमल फेल हो गया है। कांग्रेस ने दावा किया है कि अब उसकी सरकार को कोई खतरा नहीं है और वह पूरे पांच साल चलेगी। इस बीच बुधवार को बजट पारित होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने अनिश्चित कल के लिए सदन को स्थगित कर दिया है। इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सहित सभी मंत्री और विधायक ओकओवर रवाना हो गए हैं। उधर क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के छह विधायक हरियाणा पुलिस और सीआरपीएफ की कड़ी सुरक्षा के बीच फिर से हरियाणा के पंचकूला पहुंच गए हैं।

हिमांचल में चल रहे सियासी खेल के बीच सीएम सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि हम क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायकों के खिलाफ अयोग्यता प्रस्ताव लाए हैं और उस पर सुनवाई चल रही है। आज बजट पारित हो गया और हमारी सरकार को गिराने की जो साजिश की गई हम उसका भंडाफोड़ करेंगे। हमारी सरकार पांच साल पूरे करेगी। वहीं कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि क्रॉस वोटिंग को लेकर कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है। क्रॉस वोटिंग दुर्भाग्यपूर्ण है। अभी हमारी प्राथमिकता कांग्रेस सरकार को बचाना है।

उधर मंत्री पद से इस्तीफे के बाद कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने बीजेपी में शामिल होने की अटकलों पर खारिज कर दिया है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि अभी तक ऐसा कुछ नहीं है। मैं हमेशा जो भी कहता हूं, वह तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर कहता हूं। यह सब अफवाह है। इस बीच कांग्रेस आलाकमान भी पूरी तरह से सक्रीय हो गया है। आज ही कर्नाटक से डीके शिव कुमार को शिमला भेजा गया।

कल से जारी सियासी खेल के बीच आज नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि बीजेपी के पास 25 विधायक हैं। राज्यसभा में वोटिंग के बाद यह संख्या बढ़कर 34 हो गई है। इससे सरकार पर बड़ा संकट आ गया है। उन्हें किसी तरह बजट पास कराना था, वरना सरकार गिर जाती। इसके लिए उन्होंने बिना किसी कारण के बीजेपी केस 15 विधायकों को निलंबित कर दिया गया है, जिसमे में मैं भी शामिल हूं। जयराम ठाकुर ने कहा कि सिर्फ कांग्रेस की सरकार बचाने के लिए 15 विधायकों को निलंबित किया गया है। 

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