नई दिल्ली। देश में बड़े सियासी बदलाव की जमीन तैयार की जा रही है, जिसके मुख्य शिल्पी हैं चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर। हां, वही प्रशांत किशोर या पीके जो साल 2014 से लगातार केंद्र व राज्यों में सत्ता का खेल, खेल रहे हैं। उनके इस खेल में बीजेपी, कांग्रेस और क्षेत्रीय सियासी पार्टिया सिर्फ मोहरें हैं।

पीके अब आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर व्यूह रचना कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक़ पीके विपक्षी दलों की पसंद एनसीपी प्रमुख शरद पवार को राष्ट्रपति बनाने के लिए कांग्रेस समेत विभिन्न दलों के नेताओं से मुलाकातें कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को चुनावी रणनीतिकार प्रशांत कि सोनिया गांधी इस मुलाक़ात में वर्चुअली शामिल हुई थीं। कयास लगाए जा रहे थे कि इस अहम मुलाक़ात में यूपी और पंजाब समेत पांच राज्यों में होने वाले चुनावों पर चर्चा हुई, लेकिन ऐसा नहीं था। राहुल गांधी के आवास देश के अगले राष्ट्रपति को लेकर चर्चा हुई।
जानकारी के मुताबिक़ मंगलवार को नई दिल्ली में राहुल गांधी के आवास में हुई इस अहम मुलाक़ात में आगामी राष्ट्रपति चुनाव पर मंथन हुआ। इस दौरान बतौर उम्मीदवार विपक्षी दलों की पसंद के रूप में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार का नाम सामने आया है।
बताते चलें कि हाल ही में पीके दो बार पवार से उनके आवास पर मुलाकात कर चुके हैं। उस समय कयास लगाए जा रहे थे कि शरद पवार के नेतृत्व में बीजेपी के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी दलों का मोर्चा गठित करने की कवायद शुरू हो रही है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार को दशकों का सियासी अनुभव है। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की ह्त्या के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए पवार का नाम सबसे आगे था, लेकिन वह दोनों बार चूक गए थे। अब देश के सियासी हालात एक बार फिर बदलते नजर आ रहे हैं। शरद पवार विपक्षी दलों का नेतृत्व करते नजर आ रहे हैं। राष्ट्रपति पद के लिए वह विपक्ष के सबसे पसंदीदा उम्मीदवार बन सकते हैं।
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