Rajasthan News: झुंझुनू में एक चौंकाने वाली घटना घटी। यहां रोहिताश नाम के एक व्यक्ति को पोस्टमार्टम के बाद मृत घोषित कर दिया गया और उसके शव को चार घंटे तक डीप फ्रीजर में रखा गया। हालांकि, उसके अंतिम संस्कार से ठीक पहले वो जीवित हो गया, जिससे हड़कंप मच गया।
जयपुर के एसएमएस अस्पताल में आपातकालीन चिकित्सा के प्रमुख डॉ. राजेश शर्मा सहित मीडिया चैनल द्वारा परामर्श किए गए विशेषज्ञों ने बताया कि हालांकि पोस्टमार्टम के बाद किसी का वापस जीवित हो जाना असंभव है, मगर हाइपोथर्मिया सेलुलर मेटाबॉलिज्म को धीमा कर सकता है, जिससे शरीर के गर्म होने पर संभावित रिकवरी हो सकती है। उसी अस्पताल के डॉ. बी.पी. मीना ने पुष्टि की कि रोहिताश की शुरुआत में नाड़ी और रक्तचाप की जांच के आधार पर मृत घोषित कर दिया गया था।
रोहिताश दिमागी रूप से अस्थिर और शारीरिक रूप से अक्षम था, उसको बेहोशी की हालत में सरकारी बीडीके अस्पताल लाया गया था। पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय वह अचानक से होश में आ गया। उसे जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में फिर से भर्ती कराया गया, मगर अंततः वहीं उसकी मौत हो गई। घटना के बाद उसके मामले से जुड़े तीन डॉक्टरों को लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया।
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