मान्यता है कि इस महीने में भगवान शिव को प्रसन्न करना काफी आसान होता है। धार्मिक मान्यता है कि इस महीने में भोलेनाथ कैलाश पर्वत छोड़कर धरती पर विचरण करने कि लिए आते हैं। कहते हैं इस महीने में कुछ काम ऐसे हैं जिन्हें गलती से भी नहीं करना चाहिए अन्यथा पूजा का फल नहीं मिलता है।
तामसिक भोजन का सेवन ना करें: सावन के महीने में प्याज,लहसुन और मांस का सेवन वर्जित होता है। इसके साथ ही बैंगन का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
सुबह स्नान करना ना भूलें: सुबह-सबेरे जल्दी उठकर स्नान करना और साफ कपड़े पहनने चाहिए। सावन भर भोलेनाथ को जल और बेलपत्र चढाने से शुभ फल मिलता है।
विलासिता से रहें दूर: सावन महीना तप और साधना का महीना होता है। इस महीने में विलासिता वाली चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। मान्यता है कि सावन माह में गद्दे पर नहीं सोना चाहिए। जमीन पर सोना चाहिए।
शरीर पर ना लगाएं तेल: सावन के महीने में शरीर पर तेल लगाने से परहेज करना चाहिए।
दाढ़ी-बाल न कटवाएं: सावन बाल और दाढ़ी कटवान से भी बचना चाहिए और नाखून भी नहीं काटने चाहिए।
दिन के समय ना सोएं: इस पवित्र महीने में दिन में नहीं सोना चाहिए। पूरा दिन शिव भक्ति में बिताना चाहिए और उनकी आराधना करनी चाहिए।
दूध का सेवन ना करें: सावन के महीने में दूध नहीं पीना चाहिए लेकिन आप शिवलिंग पर दूध से अभिषेक कर सकते हैं।. इस महीने में कांसे के बर्तन में खाना खाने से भी बचना चाहिए।
नकारात्मक विचारों से रहें दूर: सावन के महीने में मन में किसी भी प्रकार का निगेटिव विचार नहीं लाना चाहिए और न ही किसी के लिए मन में बुरे विचार लाने चाहिए।
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