नई दिल्ली॥ राजधानी दिल्ली में निरंतर चौथे दिन भी हिंसा जारी है। वहीं मरने वालों की संख्या बढ़कर 22 तक पहुंच गई है। इस बीच दिल्ली में भड़की हिंसा को लेकर सियासत भी गर्मा गई है। नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
सीएए को लेकर विरोध-प्रदर्शन की बीच दिल्ली में भड़की हिन्सा पर Shiv Sena ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। Shiv Sena ने दिल्ली की इस भयावह स्थिति को एक डरावनी फिल्म करार देते हुए कहा कि इसने 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के जख्मों को एक बार फिर ताजा कर दिया।
US के प्रेसिडेंट डॉनाल्ड ट्रम्प जब प्रेम का संदेश देने कैपिटल दिल्ली पहुंचे तब उसकी सड़कों पर खून-खराबा मचा था और इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी की कभी इतनी बदनाम नहीं हुई थी। Shiv Sena ने अपने मुखपत्र सामना के संपादकीय में अफसोस जताया कि ऐसे वक्त दिल्ली में ट्रम्प का स्वागत किया गया जब उसकी सड़कों पर खून-खराबा मचा था।
हिंसा सीधे तौर पर ये सन्देश देती है कि मोदी सरकार दिल्ली में कानूव एवं व्यवस्था बनाए रखने में असफल रही। Shiv Sena ने कहा कि दिल्ली में हिंसा भड़की। लोग डंडे, तलवार, रिवाल्वर लेकर सड़कों पर आ गए, सड़कों पर खून बिखरा था। दिल्ली में स्थिति एक डरावनी फिल्म की तरह थी, जिसने 1984 के सिख विरोधी दंगों के जख्मों को हरा कर दिया।
Shiv Sena ने कुछ भारतीय़ जनता पार्टी के नेताओं की धमकी और चेतावनी की भाषा का जिक्र करते हुए कहा कि यह स्पष्ट किए जाने की जरूरत है कि दिल्ली के मौजूदा दंगे के लिए कौन जिम्मेदार है। क्योंकि बीजेपी अब भी पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के सिख दंगों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताती है।