सांसदों के निलंबन पर विपक्ष हुआ आगबबूला, रालोद ने बताया तानाशाही की पराकाष्ठा

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लखनऊ। संसद की सुरक्षा में सेंधमारी के बाद विपक्ष सत्ता पक्ष के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। विपक्ष संसद की सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से सदन में बयान देने की मांग कर रहा है। इस बात को लेकर विपक्ष सदन में लगातार प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहा है। सदन में जारी  में जारी गतिरोध के बीच अब तक 141 सम्मानित संसद सदस्यों को सदन से निलंबित किया जा चुका है। राजनीति के जानकार इसे लोकतंत्र की ह्त्या बता रहे हैं। कांग्रेस, राष्ट्रीय लोक दल, टीएमसी और एसपी सांसदों के निलंबन को सरकार की तानाशाही की पराकाष्ठा करार दे रहे हैं।

राष्ट्रीय लोक दल ने 141 सम्मानित संसद सदस्यों के निलंबन को लोकतंत्र को शर्मसार करने वाला करार दिया है। रालोद के राष्ट्रीय सचिव विजय कुमार लाल श्रीवास्तव ने कहा है कि लोकतंत्र में विपक्ष का बेहद अहम रोल होता है, परंतु बड़े खेद की बात है की संसद के सामने माथा टेकने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में 141 सम्मानित संसद सदस्यों को संसद से निष्काषित किया जाना लोकतंत्र को शर्मसार करता है। य़ह  सीधे लोकतन्त्र  की हत्त्या है।

रालोद के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि सत्ताधारी बीजेपी गाँधी जी,  लोकनायक जय प्रकाश नारायण, चौधरी चरण सिंह, बाबा साहब भीमराव अम्बेदक और डॉक्टर लोहिया के विचारो से काफी दूर हो गई है। बीजेपी  मूल्यहीन दलबदलुओं क पार्टी है, जो  तानाशाही के द्वारा राज  करना चाह रही है। विजय श्रीवास्तव ने कहा कि देश की जनता ने आजादी के बाद कभी तानाशाही को बर्दाश्त नहीं किया। उन्होंने कहा कि जैसे साल 1977 में  तानाशाही के ख़िलाफ जनता पार्टी की सरकार बनी थी, वैसे  ही मोदी सरकार की तानाशाही के ख़िलाफ इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी। इंडिया गठबंधन यूपी में डबल इंजन की सरकार का बैंड बजा देंगी और लोकसभा की 80 में से 80 सीटें जीतेगी।

विजय श्रीवास्तव ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि मोदी राज में महगाई, बेरोजगारी और उन्माद बढ़ा है। किसानों और गांवों का कोई पुरसाहाल नहीं है। देश कुपोषण और गरीबी से जुझ रहा है। गरीब - गुरबा बेचारा बनकर जी रहे हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि यदि प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों के मसीहा और पूर्व प्रधानमन्त्री चौधरी कगरन सिंह की जयंती तक गन्ने का मूल्य 450 रुपये प्रतिक्विंटल घोषित नहीं किया तो लखनऊ में 26 दिसंबर को विशाल धरना - प्रदर्शन किया जाएगा।

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