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Who is more powerful in space: चंद्रयान थ्री के विक्रम लैंडर की चांद पर लैंडिंग के साथ ही भारत अंतरिक्ष में एक सुपरपावर देश के रूप में जाना जाने लगा है। यहां तक कि चीन भी अपनी अंतरिक्ष ताकत को गहराई से बढ़ा रहा है। इसी सिलसिले में जानने की कोशिश करने के लिए आज हम भारत और चीन के अंतरिक्ष ताकतों का विशलेषण करेंगे। पता लगाएंगे कि कौन कितना पॉवरफुल है-

चीन ने सन् 1970 में अपना पहला उपग्रह डोंगफांगहोंग को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था, जबकि हिंदुस्तान ने 1975 में अपना पहला उपग्रह आर्यभट्ट को लांच किया था।

चीन ने 11 चीनी लोगों को स्पेस में सफलतापूर्वक भेजा है, जिसमें 9 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं। वहीं भारत मानव को स्पेस में भेजने की बढ़िया तकनीक खोज रहा है।

तो वहीं, चीन ने 2013 में चांग'ई 3 रोवर को चांद की भूमि पर उतारा था, जबकि हमारे देश हिंदुस्तान ने 2023 में चंद्रयान-3 रोवर को चांद की सतह पर उतारा।

बता दें कि चीन से पहले भारत ने मंगल की कक्षा में सफलतापूर्वक स्पेस यान भेजा है, जबकि चीन ने 2020 में अपना मंगल मिशन लॉन्च किया था।

चीन के पास स्पेस में अपना खुद का अंतरिक्ष में स्टेशन है, जबकि भारत स्पेस स्टेशन बनाने की तकनीक पर कार्य कर रहा है।

 

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