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अभिनेता सनी देओल को राजनीति पसंद नहीं थी। गुरदासपुर से भारतीय जनता पार्टी सांसद सनी देओल की एक तरफ इस बात को लेकर आलोचना हो रही है कि वह जीतने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र में नहीं गए और दूसरी तरफ उन्हें संसद में आने से रोका गया है।

बता दें कि 1 जून 2019 से 1 अगस्त 2023 तक संसद सत्र में सनी देओल की उपस्थिति केवल 19% रही है जबकि उपस्थिति का राष्ट्रीय औसत 79% और राज्य का औसत 73% है।

मिली जानकारी के मुताबिक, सनी देओल ने संसद के चार सत्रों में पैर नहीं रखा। वहीं, सनी देओल ने इस दौरान संसद में सिर्फ एक ही सवाल पूछा है और बहस के दौरान उन्होंने एक भी शब्द नहीं बोला। इसके साथ ही वे करीब तीन साल से गुरदासपुर सीट से गायब बताए जा रहे हैं। बता दें कि लोगों का कहना है कि वो सिर्फ नाम के ही सांसद हैं।

इसी तरह चंडीगढ़ से सांसद किरण खेर की संसद में उपस्थिति महज 47 फीसदी है। लोकसभा सदस्य हंस राज हंस की उपस्थिति भी 38 फीसदी रही। राज्यसभा सदस्य हरभजन सिंह की संसद में उपस्थिति 63 फीसदी है।

 

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