
नई दिल्ली ।। गुजरे जमाने के एक्टर संजीव कुमार की आज (मंगलवार) 33वीं डेथ एनिवर्सरी है। हार्ट अटैक से मात्र 47 की उम्र में 6 नवंबर, 1985 को इनका निधन हो गया था।
अपने 25 साल के फिल्मी करियर में संजीव कुमार ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। उनके लिेए कहा जाता था कि महिलाओं पर बहुत ज्यादा शक करते थे। शक करने की एक खास वजह ये थी जब कोई महिला उनकी ओर अट्रैक्ट होती थी या उनका अफेयर शुरू होता तो उन्हें लगता कि कहीं वो उनकी दौलत के पीछे तो नहीं है। 47 की उम्र में हो गई थी मौत…
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– बता दें कि संजीव ने सिर्फ इसलिए शादी नहीं की थी, क्योंकि उन्हें हार्ट की बीमारी थी। उनके परिवार में ज्यादातर मेंबर की मौत लगभग 50 साल की उम्र में हुई। उनके छोटे भाई नकुल की मौत उनसे पहले हो गई थी और एक भाई किशोर की मौत उनकी मौत के 6 महीने बाद हुई थी।
– संजीव कुमार जहां हेमा मालिनी के प्यार में पागल थे वहीं, सिंगर और एक्ट्रेस सुलक्षणा पंडित उन्हें बेहद चाहती थी। उन्होंने सुलक्षणा के प्रेम प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। सुलक्षणा ने उनको बहुत मनाया था कि वे उससे शादी कर लें। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। संजीव की मौत के बाद सुलक्षणा डिप्रेशन में चली गई थी। इतना ही नहीं उन्होंने आजतक किसी ओर से शादी तक नहीं की।
संजीव कुमार की मौत के बाद 10 फिल्में रिलीज हुई थीं। इनमें से अधिकांश फिल्मों की शूटिंग बाकी रह गई थी। कहानी में फेरबदल कर इन्हें प्रदर्शित किया गया था। 1993 में उनकी अंतिम फिल्म ‘प्रोफेसर की पड़ोसन’ प्रदर्शित हुई। इसके अलावा ‘कातिल’ (1986), ‘हाथों की लकीरें’ (1986), ‘बात बन जाए’ (1986), ‘कांच की दीवार’ (1986), ‘लव एंड गॉड’ (1986), ‘राही’ (1986), ‘दो वक्त की रोटी’ (1988), ‘नामुमकिन’ (1988), ‘ऊंच नीच बीच (1989) फिल्में उनकी मौत के बाद रिलीज हुई थीं।
संजीव कुमार ने अपने फिल्मी सफर के दौरान कई यादगार भूमिकाएं निभाई थी। उन्होंने 1960 में आई फिल्म ‘हम हिन्दुस्तानी’ से फिल्मी सफर शुरू किया था। उन्होंने ‘अनुभव’ (1971), ‘सीता और गीता’ (1972), ‘कोशिश’ (1972), ‘अनामिका’ (1973), ‘नया दिन नई रात’ (1974), ‘आंधी’ (1975), ‘शोले’ (1975), ‘मौसम’ (1975), ‘उलझन’ (1975), ‘नौकर’ (1979), ‘सिलसिला’ (1981) सहित कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया।
फोटो- फाइल
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