नई दिल्ली ।। चारा घोटाले में दोषी करार लालू प्रसाद यादव ने अपने माली को बिहार विधानपरिषद का उम्मीदवार बनाया है। खुर्शीद मोहसिन लालू की व्यक्तिगत पसंद बताए जाते हैं।
वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी की नेता राबड़ी देवी जैसी राजनीतिक हस्तियों के साथ विधानपरिषद के लिए पर्चा दाखिल करेंगे। नीतीश, सुशील कुमार मोदी और राबड़ी देवी का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, ऐसे में उनका छह साल के लिए फिर से विधानपरिषद में जाना तय माना जा रहा है।
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नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक किसी ने पर्चा दाखिल नहीं किया है। नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद यदि जरूरत हुई तो इसके लिए 26 अप्रैल को चुनाव कराए जाएंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राबड़ी देवी और आरजेडी के तीन अन्य प्रत्याशी 16 अप्रैल को पर्चा दाखिल करेंगे।
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हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि दिल्ली स्थित एम्स में इलाज करा रहे लालू यादव ने सभी उम्मीदवारों के नामों को अपनी स्वीकृति दी है कि नहीं। राबड़ी के अलावा बिहार आरजेडी के प्रमुख रामचंद्र पुर्बे, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी और लालू के माली खुर्शीद मोहसिन को प्रत्याशी बनाने की बात सामने आई है।
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विधानपरिषद के चुनावों को देखते हुए बीजेपी की बिहार चुनाव समिति की बुधवार (11 अप्रैल) को बैठक हुई थी। इसमें संभावित प्रत्याशियों की सूची तैयार कर मंजूरी के लिए उसे पार्टी हाईकमान के पास भेजा गया है।
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सूची में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का नाम शीर्ष पर है। इसके अलावा बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का नाम भी इस लिस्ट में है। दूसरी तरफ, जेडीयू ने उम्मीदवरों का नाम तय करने के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की है। पार्टी के बिहार प्रमुख वशिष्ठ नारायण सिंह को इसका अध्यक्ष बनाया गया है।
बिजेंद्र प्रसाद यादव, राजीव रंजन सिंह और राज्यसभा सदस्य आरसीपी. सिंह बतौर सदस्य समिति में शामिल हैं। बिजेंद्र और राजीव रंजन बिहार सरकार में मंत्री हैं। प्रत्याशियों का नाम तय कर सूची को अंतिम मंजूरी के लिए जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास भेजा जाएगा। उनकी हरी झंडी मिलने के बाद ही प्रत्याशी को मैदान में उतारा जाएगा।
साभार- जनसत्ता
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