लखनऊ।। एसएसपी लखनऊ की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने
विधानसभा के सामने आलू फेंकने के मामले में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की
गिरफ्तारी को लेकर अखिलेश यादव ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने लखनऊ
के एसएसपी को चेतावनी तक देते हुए कहा है कि किसानों की समस्या उठाने वालों को
पकड़ना कोई उपलब्धि नहीं है।
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गौरतलब है कि पांच जनवरी को विधानसभा के सामने किसानों द्वारा आलू फेंके जाने
की घटना को योगी सरकार बेहद खफा थी। तमाम सुरक्षा इंतजामों के बावजूद इस तरह
की घटना को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को भी खूब खरी-खोटी सुननी पड़ी। यहां तक
इस मामले में यहाँ के थाना इंचार्ज को भी तबादले के रूप में खामियाजा भुगतना पड़ा।
आलू फेंके जाने के मामले में पुलिस ने विधानसभा के आसपास लगे CCTV फुटेज के
जरिये इसे अंजाम देने वालों का सुराग लगाया। पुलिस ने बाकायदा इनकी पहचान
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के रूप में की। इनमें अखिलेश के करीबी तीन लोगों
को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक आलू फेंकने की घटना को
अंजाम देने वालों में सभी कन्नौज के हैं और समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं।
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पुलिस की मानें तो संतोष, कुक्कू चौहान और रिक्की ने विधानसभा के सामने
आलू फेंका। SSP दीपक कुमार ने बाकायदा मीडिया के सामने यह भी कहा कि
इन लोगों ने सरकार को बदनाम करने का काम किया। साथ ही कुक्कू चौहान
यूपी पुलिस के लिये मोस्ट वांटेड है।
लखनऊ पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने
तीखीं प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसानों की समस्याओं को उठाना कोई जुर्म
नहीं है और पुलिस ने ऐसे लोगों को अरेस्ट किया है। उन्होंने कहा कि आलू फेंकने
वालों को पकड़ना कोई उपलब्धि नहीं है। अखिलेश यादव ने लखनऊ के एसएसपी
को चेतावनी भरे सख्त लहजे में कहा कि अपनी हैसियत में रहें एसएसपी।
अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि आलू किसानों के लिये
सरकार ने क्या किया? उन्होंने कहा कि आलू किसान परेशान हैं और बर्बादी की
कगार पर हैं। उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से ऐलान करते हुये कहा कि वे डीएम को
उपहार में आलू दें।
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