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अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह पर एक और तोप चलाई और गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी को टारगेट किया। 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी ग्रुप की मुश्किलें कम नहीं हुई हैं।

अडानी ग्रुप को लेकर फोर्ब्स ने अपनी रिपोर्ट में गौतम अडानी के बड़े भाई विनोद अडानी को लेकर बड़ा दावा किया है. हिंडनबर्ग ने फोर्ब्स की एक रिपोर्ट को ट्वीट किया, जिसमें बताया गया था कि अडानी समूह में प्रमोटरों की हिस्सेदारी कर्ज के लिए गिरवी रखी गई थी।

फोर्ब्स की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, विनोद अडानी द्वारा नियंत्रित एक निजी कंपनी की सिंगापुर इकाई ने एक रूसी बैंक से ऋण के लिए एक अडानी प्रमोटर में 24 मिलियन डॉलर की हिस्सेदारी गिरवी रखी है। बता दें कि जनवरी में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद से अडानी समूह की सात सूचीबद्ध कंपनियों के मार्केट प्राइस में लगभग 125 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।

फोर्ब्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विनोद अडानी एक प्रवासी भारतीय हैं, जो काफी वक्त से अडानी समूह से जुड़ी अपतटीय कंपनियों के केंद्र में हैं। यह मुख्य रूप से व्यवसाय से संबंधित है। ध्यान दें कि विनोद अडानी दुबई में रहते हैं और वहां के साथ-साथ सिंगापुर और जकार्ता में भी कारोबार संभालते हैं। हुरुन इंडिया रिच लिस्ट के अनुसार, वह दुनिया के सबसे अमीर अनिवासी भारतीय बन गए।

 

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