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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार को अयोध्या में दशहरा के दिन विशाल रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों के दहन पर सुरक्षा कारणों से रोक लगा दी है। यह फैसला राम कथा पार्क में आयोजित हो रही ‘फिल्मी रामलीला’ के आयोजन से पहले लिया गया, जहां पिछले एक महीने से इन विशालकाय पुतलों का निर्माण चल रहा था।

240 फुट रावण, 190 फुट मेघनाद-कुंभकरण, लेकिन अब नहीं होगा दहन

आयोजकों ने 240 फुट ऊंचे रावण और 190 फुट के मेघनाद और कुंभकरण के पुतले तैयार कर लिए थे। लेकिन सर्किल ऑफिसर देवेेश चतुर्वेदी ने बताया कि आयोजन के लिए जरूरी पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी, जिससे सुरक्षा मानकों को खतरा हो सकता था।

"पेट्रोलिंग के दौरान जब निर्माण दिखा, तो तुरंत कार्रवाई की गई," – CO अयोध्या

"रावण का पुतला न जलाना अपशकुन माना जाता है" – आयोजक

फिल्म आर्टिस्ट रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुभाष मलिक ने इस फैसले पर गहरा अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, राजस्थान समेत कई राज्यों से आए 60 कारीगरों ने एक महीने तक मेहनत करके ये पुतले तैयार किए थे।

"अब ये लाखों रुपये खर्च किए गए पुतले ऐसे ही खराब हो जाएंगे।
अगर रावण का पुतला नहीं जले तो वह अशुभ माना जाता है।" – सुभाष मलिक

उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि कहीं और इन पुतलों का दहन करने की अनुमति दी जाए।

'फिल्मी रामलीला' ने बटोरी सुर्खियां, लेकिन दहन पर संकट

22 सितंबर से शुरू हुई भव्य फिल्मी रामलीला में 120 फुट लंबे मंच पर 3D तकनीक से प्रस्तुति की जा रही है। शुरुआत नारद मोह प्रसंग से हुई थी, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

योजना के अनुसार, 2 अक्टूबर को रावण दहन होना था। लेकिन अब सुरक्षा कारणों और परमिशन की कमी से इस पर रोक लग गई है।