
Up Kiran, Digital Desk: एक बार फिर ताइवान की खाड़ी में तनाव चरम पर पहुंच गया है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी दी कि उन्होंने अपने क्षेत्र के पास एक बड़ी और उकसाने वाली चीनी सैन्य गतिविधि का पता लगाया है. पिछले 24 घंटों के अंदर चीन के 31 सैन्य विमानों और 14 नौसैनिक जहाजों को ताइवान के आसपास देखा गया है.
सीमा का उल्लंघन, तनाव में बढ़ोतरी
ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इन 31 विमानों में से कई ने ताइवान जलडमरूमध्य (Taiwan Strait) की 'मध्य रेखा' (median line) को पार किया. यह एक अनौपचारिक सीमा है जिसे आमतौर पर दोनों पक्ष एक-दूसरे की संप्रभुता का सम्मान करते हुए नहीं लांघते हैं. इस रेखा को पार करना चीन की तरफ से एक सीधा और आक्रामक संदेश माना जाता है.
चीन की इस हरकत का मकसद साफ है- ताइवान पर सैन्य और मनोवैज्ञानिक दबाव डालना. चीन ताइवान को अपना एक अलग हुआ प्रांत मानता है और अगर जरूरत पड़ी तो उसे बलपूर्वक मुख्य भूमि में शामिल करने की बात करता है. वहीं, ताइवान खुद को एक स्वतंत्र और संप्रभु देश मानता है.
पूरी तरह अलर्ट पर है ताइवान
इस बड़ी सैन्य हलचल के जवाब में ताइवान की सेना पूरी तरह से अलर्ट पर है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि वह स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं. उन्होंने अपनी वायु सेना, नौसेना और जमीन पर आधारित मिसाइल सिस्टम को चीन की इस गतिविधि की निगरानी करने और उसका उचित जवाब देने के लिए तैनात कर दिया है.
यह घटना इस क्षेत्र में पहले से ही नाजुक स्थिति को और ज़्यादा तनावपूर्ण बनाती है. दुनिया भर के देश इस पर गहरी नजर रखे हुए हैं, क्योंकि यहां पर किसी भी तरह का न सिर्फ इन दो देशों बल्कि पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था और शांति के लिए खतरनाक हो सकता है.