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Up Kiran, Digital Desk: बारिश के मौसम के खत्म होते ही सरकार और सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ एक निर्णायक ऑपरेशन शुरू करने वाले हैं। इंटेलिजेंस रिपोर्ट के आधार पर यह कदम उठाया जाएगा, जिसमें छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के बीच ज्वाइंट ऑपरेशन के जरिए नक्सलियों को घेरकर खत्म करने की योजना है।

सरकार ने साफ कर दिया है कि मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद समाप्त करना प्राथमिक लक्ष्य है, और इस अभियान में नक्सलियों के सामने सरेंडर के अलावा कोई विकल्प नहीं रहेगा।

रायपुर में हाई लेवल बैठक: रणनीति और तालमेल

छत्तीसगढ़ के रायपुर में हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें इंटेलिजेंस ब्यूरो, पैरामिलिट्री फोर्सेस के डीजी, छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, और मध्य प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना के पुलिस प्रमुख शामिल हुए। इस बैठक में नक्सल ऑपरेशन के लिए एक व्यापक एक्शन प्लान तैयार किया गया।

इंटेलिजेंस और फोर्स मूवमेंट में सुधार

बैठक में यह बात भी जोर देकर कही गई कि राज्यों के बीच खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान बेहतर और तेज किया जाएगा ताकि नक्सलियों को एक राज्य से दूसरे राज्य में भागने का मौका न मिले। सभी सुरक्षा बल मिलकर एक मजबूत नेटवर्क बनाएंगे, जिससे नक्सली किसी भी जगह छुप न पाएं।

सीमावर्ती इलाकों में संयुक्त अभियान

छत्तीसगढ़ की सीमाओं के आसपास के इलाकों में, पड़ोसी राज्यों की मदद से, नक्सलियों की गिरेबंदी और खोज अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान को अंतिम चरण का ‘फाइनल स्ट्राइक’ माना जा रहा है, जिसमें नक्सली पूरी तरह तबाह हो सकते हैं।

 

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