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दिल्ली के भरत मंडपम में संपन्न हुए दो दिन के G20 समिट का सफल समापन हो गया है। मीटिंग में भारत नई दिल्ली घोषणा पत्र पर सहमति बनाने में सफल रहा, जिसे देश की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। मोदी सरकार की तारीफ हो रही है। इसी सिलसिले में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने नई दिल्ली घोषणा पत्र को देश के लिए कूटनीतिक जीत बताया है तो वहीं डिनर में विपक्ष के नेताओं सांसदों को नहीं बुलाए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि नई दिल्ली घोषणा पत्र निसंदेह भारत के लिए एक कूटनीतिक जीत है, एक अच्छी उपलब्धि है क्योंकि जब तक जी 20 शिखर सम्मेलन बुलाया जा रहा था तब तक व्यापक उम्मीद थी कि कोई समझौता नहीं होगा और इसलिए एक संयुक्त बयान की भी संभावना नहीं थी। हम एक अध्यक्ष के समरी के साथ समाप्त करना पड़ सकता था।

कांग्रेस सांसद ने कहा कि इसका कारण मुख्य रूप से उन लोगों के बीच बड़ी खाई थी जो यूक्रेन में जारी रूसी युद्ध की निंदा करना चाहते थे। रूस और चीन भी, जो उस विजय का कोई भी उल्लेख नहीं करना चाहते थे। भारत उस अंतर को पाटने का एक फॉर्मूला खोजने में सक्षम रहा। यह एक महत्पूर्ण कूटनीतिक उपलब्धि है, क्योंकि जब कोई संयुक्त बयान के बिना शिखर सम्मेलन होता है तो इसे हमेशा चेयरमैन के लिए झटके के रूप में देखा जाता है।

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