Closed Saving Account: प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) देश की सबसे मशहूर बैंकिंग योजनाओं में से एक है, क्योंकि ये बैंकिंग सुविधा से वंचित हर युवा के लिए एक बुनियादी बैंक खाता खोलने का प्रावधान करती है।
इस अकाउंट के लिए कोई बैलेंस रखने की जरूरत नहीं है और इस खाते पर कोई शुल्क भी नहीं लगाया जाता है। खाते में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए 2 लाख रुपये के इन-बिल्ट दुर्घटना बीमा कवर के साथ एक निःशुल्क RuPay डेबिट कार्ड भी प्रदान किया जाता है। PMJDY खाताधारक एमरजेंसी स्थितियों को कवर करने के लिए 10,000 रुपए तक का ओवरड्राफ्ट पाने के भी पात्र हैं।
भारत सरकार के मुताबिक, जन धन खाते खोलकर लगभग 53 करोड़ लोगों को औपचारिक बैंकिंग प्रणाली में लाया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दो महीने पहले कहा था, "इन बैंक खातों में 2.3 लाख करोड़ रुपये जमा हुए हैं और इसके परिणामस्वरूप 36 करोड़ से ज्यादा फ्री RuPay कार्ड जारी किए गए हैं, जो 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर भी प्रदान करते हैं।"
पीएमजेडीवाई की शुरुआत 2014 में हुई थी और अगस्त 2014 से दिसंबर 2014 के बीच 10.5 करोड़ पीएमजेडीवाई बचत खाते खोले गए। 2014 में खोले गए ये 10.5 करोड़ खाते इस साल या तो 10 साल पुराने हो गए हैं या हो रहे हैं। अब, नियम के अनुसार, इन खातों को समय-समय पर अपडेट या फिर से केवाईसी करवाना होगा।
इसलिए, अगर आपने भी 2014 में अपना जनधन खाता खुलवाया है, तो आपको फिर से KYC करवाना चाहिए ताकि आपको लेन-देन से जुड़ी कोई समस्या न हो। साथ ही अगर आपका जनधन खाता दो साल से ज़्यादा समय से इस्तेमाल नहीं हुआ है, तो फिर से KYC करवाना ज़रूरी है, नहीं तो आपका खाता बंद हो सकता है।
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