Up Kiran, Digital Desk: दुनिया भर में शादी को एक पवित्र बंधन माना जाता है, लेकिन बुल्गारिया में एक ऐसी जगह है जहां विवाह का पहला कदम बाजार से शुरू होता है। यहां दुल्हनों को सार्वजनिक स्थल पर ‘बेचा’ और ‘खरीदा’ जाता है। यह परंपरा कई वर्षों से चली आ रही है और आज भी जारी है।
कौन आता है इस बाजार में
यह आयोजन मुख्य रूप से बुल्गारिया के कलैदझी समुदाय से जुड़ा है। इस समाज के गरीब परिवार अपनी बेटियों को यहां लाते हैं ताकि वे अच्छे वर से विवाह कर सकें। दूसरी ओर, संभावित दूल्हे अपने परिवारों के साथ यहां पहुंचते हैं और अपनी पसंद की लड़की चुनते हैं।
तय होती है कीमत
रिवाज के अनुसार, जब लड़का किसी लड़की को पसंद कर लेता है तो बातचीत कीमत पर आकर रुकती है। यदि लड़की के परिवार को प्रस्तावित रकम उचित लगती है तो वह रिश्ता तय हो जाता है। इसके बाद दूल्हा दुल्हन को अपने घर लेकर जाता है और उसे पत्नी का दर्जा मिलता है।
गरीब परिवारों की मजबूरी
यह बाज़ार असल में उन परिवारों के लिए सहारा है जो अपनी बेटियों की शादी का खर्च उठाने में सक्षम नहीं हैं। उनका मानना है कि इस परंपरा से उन्हें आर्थिक बोझ कम करने में मदद मिलती है। हालांकि, शर्त यह है कि दुल्हन कुंवारी हो तभी उसकी कीमत अधिक लगाई जाती है।
सरकार की अनुमति और नियम
दिलचस्प बात यह है कि इस आयोजन को सरकार से भी मंजूरी मिलती है। हालांकि, इसमें भागीदारी सिर्फ कलैदझी समुदाय तक सीमित है और केवल गरीब परिवार ही अपनी बेटियों को इसमें शामिल कर सकते हैं। साथ ही शादी के बाद लड़की को पत्नी और बहू का दर्जा देना अनिवार्य है।
आज भी जारी पुराना चलन
आधुनिक युग में यह परंपरा कई लोगों को चौंकाती है। आलोचक इसे महिलाओं के अधिकारों पर सवाल उठाने वाला मानते हैं, लेकिन समुदाय के लोग इसे अपनी सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बताते हैं। विरोध और समर्थन के बीच यह बाजार आज भी साल दर साल लगता आ रहा है।
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