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Up Kiran, Digital Desk: यह कहानी घर-घर की है। आपने सुबह बड़े अरमानों से बाल धोए... बाल एकदम खिले-खिले और फ्रेश लग रहे थे। लेकिन शाम होते-होते, या अगले दिन सुबह तक, बालों में फिर वही चिपचिपाहट और बेजानपन लौट आया। ऐसा लगता है मानो आपने हफ़्तों से बाल ही न धोए हों।

इस चिपचिपेपन (Oily Scalp) से परेशान होकर हम सब एक ही काम करते हैं - और ज़्यादा और और तेज़ केमिकल वाले शैम्पू से बालों को रगड़-रगड़कर धोना। और हम एक चीज़ से दुश्मन की तरह परहेज़ करते हैं - तेल। हमें लगता है कि पहले से ही ऑयली स्कैल्प पर तेल लगाना तो आग में घी डालने जैसा होगा!

लेकिन क्या हो अगर हम आपसे कहें कि आपकी इस समस्या का असली खलनायक शायद आपका रोज़-रोज़ शैम्पू करना है, और इसका असली हीरो वही तेल है, जिसे आप दुश्मन समझ रहे हैं? चलिए, इस पूरी पहेली को सुलझाते हैं।

शैम्पू: दोस्त या दुश्मन: शैम्पू का काम है आपके स्कैल्प और बालों से गंदगी और अतिरिक्त तेल को साफ़ करना। तो वो दोस्त हुआ, है न? हाँ, लेकिन तब तक, जब तक आप सही शैम्पू और सही तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं।

जब हम बहुत ज़्यादा केमिकल वाले (सल्फेट युक्त) शैम्पू का इस्तेमाल करते हैं या रोज़-रोज़ बाल धोते हैं, तो हम स्कैल्प पर मौजूद ज़रूरी प्राकृतिक तेल को भी पूरी तरह से निकाल देते हैं।

इससे हमारे स्कैल्प को 'पैनिक' का सिग्नल मिलता है! उसे लगता है कि 'अरे, यहाँ तो सूखा पड़ गया!' और अपनी नमी को वापस लाने के लिए, वह और भी ज़्यादा तेल बनाना शुरू कर देता है। और नतीजा? आपके बाल पहले से भी ज़्यादा और जल्दी चिपचिपे होने लगते हैं। यह एक कभी न खत्म होने वाला चक्र बन जाता है।

तेल: एक अनजाना हीरो

अब बात करते हैं तेल की। यह सुनने में बिलकुल उल्टा लगता है, लेकिन सही तेल और सही तरीका आपके ऑयली स्कैल्प के लिए एक चमत्कार कर सकता है।

जब आप सिर में एक हल्का, अच्छा तेल (जैसे जोजोबा, आर्गन या नारियल तेल) लगाकर हल्के हाथों से मालिश करते हैं, तो आपके स्कैल्प के दिमाग को एक सिग्नल मिलता है - 'हाँ, यहाँ पर पर्याप्त नमी और तेल मौजूद है। मुझे और ज़्यादा तेल बनाने की ज़रूरत नहीं है।'

इससे स्कैल्प की तेल बनाने वाली ग्रंथियां शांत हो जाती हैं और धीरे-धीरे तेल का उत्पादन सामान्य होने लगता है।

तो आखिर करना क्या है? शैम्पू या तेल?

लड़ाई इन दोनों के बीच नहीं है, बल्कि संतुलन बनाने की है। सही तरीका यह है:

सही तेल चुनें: चिपचिपे स्कैल्प के लिए भारी और चिपचिपे तेल (जैसे सरसों या कैस्टर ऑयल) से बचें। नारियल, जोजोबा, बादाम या ग्रेपसीड जैसे हल्के तेलों का इस्तेमाल करें।

सही तरीके से लगाएं: बालों को धोने से सिर्फ़ 1-2 घंटे पहले तेल लगाएं। हल्के हाथों से सिर्फ़ स्कैल्प पर मालिश करें, बालों की लंबाई पर ज़्यादा लगाने की ज़रूरत नहीं है। रात भर तेल लगाकर कभी न सोएं, इससे रोमछिद्र बंद हो सकते हैं और समस्या बढ़ सकती है।

सही शैम्पू चुनें: एक सौम्य, सल्फेट-फ्री और कैमिकल-फ्री शैम्पू का इस्तेमाल करें जो आपके स्कैल्प का प्राकृतिक संतुलन न बिगाड़े।

कम शैम्पू करें: रोज़-रोज़ बाल धोने के बजाय, हर दूसरे या तीसरे दिन बाल धोने की आदत डालें। शुरुआत में यह मुश्किल लगेगा, लेकिन धीरे-धीरे आपका स्कैल्प इसका आदी हो जाएगा और कम तेल बनाएगा।

तो अगली बार जब आपके बाल चिपचिपे हों, तो शैम्पू की बोतल की तरफ भागने से पहले, एक बार हल्के तेल की चंपी के बारे में ज़रूर सोचिएगा। शायद आपकी समस्या का हल वही हो, जिससे आप अब तक भाग रहे थे।