एक्सपर्ट द्वारा निर्धारित एक संतुलित डायबिटीक डाइट

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आज हम आपके साथ डायबिटीज का परिचय, उसके प्रकार, डायबिटीज के लक्षण और उपाय और एक्सपर्ट द्वारा निर्धारित एक संतुलित डायबिटीक डाइट के बारे में चर्चा करेंगे।

पिछले कुछ वर्षों में मधुमेह एक आम और सबसे खतरनाक बीमारी के रूप में उभरा है।स्थिति ये हो गई है कि आज दुनिया भर में हर घर में एक ऐसा व्यक्ति है जिसको मधुमेह है।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2000-2016 के बीच मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों में समय से पहले मृत्यु के आंकड़ों में 5% की बढ़ोत्तरी हुई है।2019 में, दुनिया में होने वाली सभी मौतों का 9वा सबसे मुख्य कारण मधुमेह था।

डायबिटीज क्या है?

डायबिटीज एक तरह की एक उपापचयी बीमारी है, जिसमे हमारे शरीर में इंसुलिन नामक हार्मोन, जो अतिरिक्त शुगर (ग्लूकोज) के भंडारण, पाचन और उपयोग के लिए जरूरी होता है को उचित मात्रा में बना नही पाता या उपस्थित इंसुलिन का अच्छी तरह से उपयोग नहीं कर पाता।

डायबिटीक डाइट

डायबिटीज कितने प्रकार का होता है?

डायबिटीज मुख्यतः 3 प्रकार का होता है –

  1. Type 1(टाइप 1)
  2. Type 2 (टाइप 2)
  3. Gestational diabetes (गर्भावधि डायबिटीज)

 

टाइप 1 डायबिटीज

टाइप 1 डायबिटीज को insulin-dependent(इंसुलिन डिपेंडेंट) , Juvenile(जुवेनाइल) भी कहते हैं।यह डायबिटीज हमेशा छोटे बच्चो और किशोरों में होता है।

टाइप 1 एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर इंसुलिन का कम उत्पादन करता है या इंसुलिन का उत्पादन होता हो नही है।WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में कुल 9 मिलियन लोग ऐसे थे जो टाइप 1 डायबिटीज से ग्रसित थे।

Note:- आज तक वैज्ञानिकों और एक्सपर्ट को टाइप 1 डायबिटीज का कारण और न ही इसको रोकने का तरीका पता चला है।

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Type 1 डायबिटीज के लक्षण

Type 1 डायबिटीज के कुछ प्रमुख लक्षण निम्न हैं।

  • बहुत ज्यादा पेशाब आना (Polyuria)
  • बहुत ज्यादा प्यास लगना (Polydipsia)
  • लगातार भूख लगना
  • वजन में लगातार कमी होना
  • छोटे बच्चो का रात में पेशाब करना
  • धुंधला दिखाई देना
  • जोर जोर से सांस लेना

टाइप 2 डायबिटीज

Type 2 डायबिटीज को non-insulin dependent डायबिटीज भी कहते हैं।

WHO के एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया के 95% डायबिटीज पीड़ित व्यक्तियों को टाइप 2 डायबिटीज ही है।

Type 2 डायबिटीज के कारण

Type 2 डायबिटीज में शरीर के इंसुलिन उत्पादन से कोई संबंध नहीं है ये मुख्यत: ऐसे व्यक्तियों में होता है जो शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहते हैं और मोटापे का शिकार होते हैं।

Type 2 डायबिटीज के लक्षण

Type 2 डायबिटीज के लक्षण कभी भी दिखाई नही देते हैं।आंकड़ों के अनुसार, type 2 डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों में लक्षण कभी प्रकट नही होते हैं, जब उनको कोई ऐसे जटिल बीमारी हो जाए तो डायग्नोसिस में पता चलता है कि उनको type 2 डायबिटीज है।

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Gestational diabetes

Gestational diabetes गर्भावधि के दौरान होता है जब किन्ही कारणों से खून मे शुगर का स्तर बहुत अधिक हो जाए।रिपोर्ट के अनुसार, US में हर साल करीब 10% गर्भवती महिलाओं को Gestational diabetes होता है।

सामान्यतः गर्भावस्था की अवधि खत्म होने के बाद Gestational diabetes अपने आप ठीक हो जाता है लेकिन इसके दुष्प्रभाव बच्चे पर पड़ता है और उस बच्चे को type 2 डायबिटीज होने का खतरा हो जाता है।

Gestational diabetes के लक्षण

Gestational diabetes के निम्न लक्षण हैं –

  • खूब प्यास लगना
  • खूब भूख लगना
  • बार बार पेशाब लगना

किन महिलाओ को Gestational diabetes होने का खतरा है

Gestational diabetes होने का खतरा उन महिलाओ को है जिसमे निम्न तरह की परिस्थितियां उपस्थित हैं –

  • ओवरवेट
  • परिवार में किसी को डायबिटीज है
  • जिसको पहले भी Gestational diabetes हो चुका है
  • जिसको Polycystic Ovary Syndrome (PCOS) या इंसुलिन से जुड़ी स्वास्थ्य की समस्याएं हैं
  • जिसको उच्च रक्तचाप की समस्या है
  • उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर
  • कोई हृदय का रोग है
  • जिसने 4 किलोग्राम से ज्यादा वजन के बच्चे को जन्म दिया हो
  • गर्भपात
  • 25 वर्ष से ज्यादा उम्र

 

डायबिटीक डाइट के आहार

डायबिटीज के रोगी को खाने में बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि डायबिटीज खाने की असामान्य आदतों से भी बढ़ सकता है।

डायबिटीज और मोटापे का बहुत ही गहरा संबंध है। रिपोर्ट्स से पता चला है कि मोटे व्यक्तियों में डायबिटीज होने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।

मोटापा बढ़ने से डायबिटीज की समस्या कई और जटिल बिमारियो की कारक बन सकती है।अगर आपके डायबिटीक डाइट में वसा, कार्बोहाइडेट और फैट की मात्रा ज्यादा है तो इसको आज ही बिलकुल कम कर दीजिए और अपनी डायबिटीक डाइट में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, खनिज लवण की मात्रा बढ़ा दीजिए।

डायबिटीज के रोगियों में किडनी की समस्या, पेट की समस्या, हृदय की समस्या और भी बहुत प्रकार के विकार उत्पन्न हो जाते हैं।डायबिटीज के रोगियों के लिए एक्सपर्ट द्वारा निर्धारित संतुलित डायबिटीक डाइट निम्न होनी चाहिए-

Fish (मछली)

अगर आप मांसाहारी व्यक्ति हैं तो डायबिटीज में आपको मछली विशेषकर salmon (साल्मन) मछली अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।

साल्मन मछली omega-3 fatty acid, DHA और EPA का एक बहुत ही अच्छा स्रोत है।ये सभी तत्व दिल के स्वस्थ्य रखने हेतु आवश्यक है।68 मोटापे से ग्रसित वयस्क, जो salmon जैसी फैटी फिश खाते थे पर एक स्टडी में पता चला है कि उनके खाने के बाद के शुगर स्तर में सुधार हुआ था।

पत्तेदार सब्जियां

पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, चौराई आदि में vitamin C और कई तरह के मिनरल्स पाए जाते हैं जो रक्त शुगर के स्तर को नियंत्रित किए रहते है।एक स्टडी से पता चला है कि डायबिटीज वाले व्यक्तियों में विटामिन सी बहुत ही कम मात्रा के मिला है।

Avocado (एवोकाडो)

एवोकेडो में शुगर की मात्रा 1 ग्राम से भी कम रहती है और ये हाई फाइबर (high fiber) युक्त होता है साथ मे ये कार्बोहाइड्रेट, स्वास्थ्यवर्धक फैट का अच्छा स्रोत होता है।2019 में चूहों में की गई स्टडी से पता चला है कि avocation B जो सिर्फ avocado(एवोकाडो) में पाया जाता है वो अग्न्याशय (pancreas) में अपूर्ण आक्सीकरण को रोक देता है जिससे इंसुलिन का प्रतिरोध कम हो जाता है।

अंडे

अंडे प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत होता है। 2019 की एक स्टडी से पता चला है कि नाश्ते में अंडा खाने वाले व्यक्तियों में रक्त शुगर स्तर दिन भर नियंत्रित रहता है।

Chia seeds (चिया के बीज)

चिया के बीज फाइबर के एक बहुत बढ़िया स्रोत हैं। चिया के बीज ने viscous fiber होता है जो रक्त शुगर स्तर को कम करता है।77 type 2 डायबिटीज से ग्रसित ओवरवेट वयस्को में की गई स्टडी से पता चला है कि चिया के बीज खाने से उनका वजन कम हुआ और रक्त शुगर स्तर में भी गिरावट आई।

Beans

Beans शाकाहारी व्यक्तियों के लिए एक बहुत अच्छा फाइबर का स्रोत हो सकता है।Beans का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है जो शुगर के मैनेजमेंट के लिए बहुत जरूरी है।

ग्रीक योगर्ट

100,000 व्यक्तियों में की गई एक लॉन्ग टर्म स्टडी से पता चला है कि जो व्यक्ति रोज दही खाते हैं उनमें type 2 डायबिटीज होने की संभावना 18% कम होती है।

डायबिटीज में क्या नही खाना चाहिए

डायबिटीज के मरीजों को निम्न चीजों से परहेज करना चाहिए –

  • सफेद चावल
  • Cereals (सेरील्स)
  • सफेद ब्रेड
  • फ्रेंच फ्राइज़
  • अचार
  • फ्रूट जैम
  • फ्रूट जूस
  • पनीर
  • तले भुने मांस
  • दूध
  • आइसक्रीम
  • चाय
  • बीयर
  • शुगर काफी
  • फ्लेवर्ड काफी
  • एनर्जी ड्रिंक

 

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